रामपुर: गांधी समाधि पर 65 मिनट खामोश खड़े रहे सपाई, धरने की अनुमति नही मिली तो गांधी समाधि पहुंचे

अमृत विचार, रामपुर। 27 अगस्त को धरने की अनुमति नहीं मिलने पर आक्रोशित स्वार और चमरौआ विधायक समेत चार सपाई रविवार की दोपहर 65 मिनट हाथों में पट्टिकाएं थामे गांधी समाधि पर खामोश खड़े रहे। जानकारी मिलने के बाद मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल पहुंच गया। लेकिन,सपाई कुछ नहीं बोले और समय अवधि …
अमृत विचार, रामपुर। 27 अगस्त को धरने की अनुमति नहीं मिलने पर आक्रोशित स्वार और चमरौआ विधायक समेत चार सपाई रविवार की दोपहर 65 मिनट हाथों में पट्टिकाएं थामे गांधी समाधि पर खामोश खड़े रहे। जानकारी मिलने के बाद मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल पहुंच गया। लेकिन,सपाई कुछ नहीं बोले और समय अवधि पूरी होने के बाद कार्यालय चले गए।
गांधी समाधि पर रविवार की दोपहर करीब 1:30 बजे पूर्व मंत्री आजम खां के पुत्र स्वार-टांडा विधायक अब्दुल्ला आजम के नेतृत्व में चमरौआ विधायक नसीर खां और निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल और निर्वतमान शहराध्यक्ष आसिम राजा हाथों में पट्टिकाएं लेकर गांधी समाधि पहुंच गए। पट्टिकाओं पर यह इबारत लिखी थी 27 अगस्त के धरने को रोकने के लिए जनपद रामपुर में धारा 144 लागू करना लोकतंत्र एवं संविधान पर कुठाराघात है जिसकी हम घोर निंदा करते हैं।
मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस अफसरों ने घरों को लौट जाने के लिए कहा कि लेकिन, सपाई अपनी जगह-जगह से नहीं हिले और 65 मिनट बाद कार्यालय चले गए। निर्वतमान जिलाध्यक्ष ने कहा कि चार लोग बापू से निवेदन करने गए थे जो प्रशासन को अखर रहा था।
कहा कि सपाई 27 अगस्त को जनता की आवाज को बुलंद करना चाहते थे बिजली और बाइक चेकिंग के नाम पर लोगों से लूटमार कराई जा रही है। प्रशासन ने खौफ में 27 अगस्त को शहर को छावनी में तब्दील कर दिया लोगों में दहशत फैलाने की नीयत से फ्लैग मार्च कराया गया। कहा कि सपाई अपनी मुहिम को जारी रखेंगे। निर्वतमान जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह अपने गले में यही पट्टी डालकर शहर में घूमेंगे।
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