Raju Srivastav Death: राजू श्रीवास्तव का कार्डियक अरेस्ट से निधन, अगर दिखें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान
नई दिल्ली। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के परिवार ने बताया है कि उनका 58 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। इससे पहले दिल्ली के एक होटल के जिम में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) आने के बाद राजू को 10 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। गौरतलब है कि एम्स …
नई दिल्ली। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के परिवार ने बताया है कि उनका 58 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। इससे पहले दिल्ली के एक होटल के जिम में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) आने के बाद राजू को 10 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। गौरतलब है कि एम्स में राजू श्रीवास्तव की ऐंजियोप्लास्टी हुई थी।
Raju Srivastava brightened our lives with laughter, humour and positivity. He leaves us too soon but he will continue to live in the hearts of countless people thanks to his rich work over the years. His demise is saddening. Condolences to his family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/U9UjGcfeBK
— Narendra Modi (@narendramodi) September 21, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के निधन पर ट्वीट किया है कि राजू श्रीवास्तव ने हमारी ज़िंदगियों को हास्य और सकारात्मकता से रौशन किया। मोदी ने कहा, वह हमें बहुत जल्दी छोड़कर चले गए लेकिन वह अपने वर्षों के शानदार काम के जरिए असंख्य लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनका निधन दुखद है। ओम शांति।
बता दें कि 10 अगस्त को राजू श्रीवास्तव जिम में वर्कआउट कर रहे थे। तभी ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज करते वक्त उन्हें सीने में दर्द हुआ और वो नीचे गिर गए। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया है। एक महीने से ज्यादा चले इलाज के बाद आज उन्होंने दम तोड़ दिया। इससे पहले मशहूर सिंगर केके का भी कार्डियक अरेस्ट से देहांत हुआ था। इन दिनों कम उम्र के लोगों में कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ गया है।
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट?
कई लोगों के मन में भ्रम है कि हार्ट अटैक और कार्डियक अटैक एक ही है। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा नहीं है. कार्डियक का अटैक दिल के भीतरी हिस्सों के खराब हो जाने पर होता है। यानी दिल का काम है खून को शुद्ध करना और पूरे शरीर में संचार कराना। अगर इसमें किसी भी तरह की दिक्कत आती है। तो इसका सीधा असर धड़कन पर पड़ता है। जो लोग पहले से ही हार्ट अटैक के दर्द से निकल चुके हैं उन्हें कार्डियक अरेस्ट आने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं, हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय के कुछ हिस्सों में खून का संचार कम हो जाता है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
हृदय का तेजी से धकधकाना
सीने में दर्द
चक्कर आना
सांस लेने में समस्या
जल्दी थकान महसूस होना
बेहोशी
पेट और सीने में एक साथ दर्द
किस वजह से होता है कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट आने का कारण एरिथमिया होता है. जब दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं तो उस स्थिति को एरिथमिया कहा जाता है। बच्चों में सांस रुकने की वजह से भी कार्डियक अरेस्ट आ सकता है। हालांकि, कई बार कार्डियक अरेस्ट का कारण नहीं पता चल पाता है।
क्यों आता है कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट आने की वजह कई बार इंसान का रहन-सहन या किसी तरह की कोई फिजिकल एक्टिविटी भी हो सकती है। जिन लोगों को हार्ट से जुड़ी बीमारियां होती हैं, उन्हें कार्डियक अरेस्ट का खतरा ज्यादा रहता है। दरअसल, इंसान की गलत आदतें उसके दिल को काफी नुकसान पहुंचाती हैं, जिन्हें हल्के में लेना ही कई बार मौत का कारण बन जाता हैं। ऐसे में कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर स्थितियों से बचने के लिए दिल के मामले में सतर्क रहना काफी जरूरी होता है।
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