SCO शिखर सम्मेलन में PM Modi बोले- आज भारत में 70 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप, 100 से अधिक यूनिकॉर्न

समरकंद। उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए ये WHO का पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। SCO देशों के बीच पारंपरिक औषधि पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए …

समरकंद। उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए ये WHO का पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। SCO देशों के बीच पारंपरिक औषधि पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत पारंपरिक औषधि पर नए SCO वर्किंग ग्रुप पर पहल लेगा। बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगले साल शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत को बधाई दी।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम स्टार्टअप्स और इनोवेशन पर एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके SCO के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं। हम प्रति क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं। आज भारत में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं जिनमें 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। SCO के सदस्य देश, वैश्विक गिनती में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं और विश्व की 40 प्रतिशत जनता भी SCO देशों में निवास करती है। भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।

और क्या बोले पीएम मोदी ?
पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष के चुनौतिपूर्ण ग्लोबल और क्षेत्रीय वातावरण में SCO के प्रभावी नेतृत्व के लिए मैं प्रेसिडेंट मिरज़ियोएव को ह्रदय से बधाई देता हूं। आज जब पूरा विश्व महामारी के बाद आर्थिक रिकवरी की चुनौतियों का सामना कर रहा है, SCO की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। SCO के सदस्य देश वैश्विक GDP में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं, और विश्व की 40 प्रतिशत जनसंख्या भी SCO देशों में निवास करती है। भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।

पीएम मोदी ने कहा कि महामारी और यूक्रेन के संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन्स में कई बाधाएं उत्पन्न हुईं, जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा एवं खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, रेसिलिएंट और diversified सप्लाई चेन्स विकसित करने के लिए प्रयत्न करने चाहिए। इसके लिए बेहतर connectivity की आवश्यकता तो होगी ही, साथ ही यह भी महत्वपूर्ण होगा कि हम सभी एक दूसरे को transit का पूरा अधिकार दें।

पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को एक manufacturing hub बनाने पर प्रगति कर रहे हैं। भारत का युवा और प्रतिभाशाली workforce हमें स्वाभाविक रूप से competitive बनाता है। इस वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5 प्रतिशत वृद्धि की आशा है, जो विश्व की बड़ी economies में सबसे अधिक होगी। हमारे people-centric development model में टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी बहुत focus दिया जा रहा है। हम प्रत्येक सेक्टर में इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। आज भारत में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप्स हैं, जिनमे से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। हमारा यह अनुभव कई अन्य SCO सदस्यों के भी काम आ सकता है। इसी उदेश्य से हम एक नए Special Working Group on Startups and Innovation की स्थापना करके SCO के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है – और यह है हमारे नागरिकों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना। इस समस्या का एक संभावित समाधान है millets की खेती और उपभोग को बढ़ावा देना। Millets एक ऐसा सुपरफूड है, जो न सिर्फ SCO देशों में, बल्कि विश्व के कई भागों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है, और खाद्य संकट से निपटने के लिए एक पारंपरिक, पोषक और कम लागत वाला विकल्प है। वर्ष 2023 को UN International Year of Millets के रूप में मनाया जाएगा। हमें SCO के अंतर्गत एक ‘मिलेट फ़ूड फेस्टिवल’ के आयोजन पर विचार करना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज विश्व में medical and wellness tourism के लिए सबसे किफायती destinations में से एक है। अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO Global Centre for Traditional Medicine का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए यह WHO का पहला और एकमात्र ग्लोबल सेंटर होगा। हमें SCO देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत एक नए SCO Working Group on Traditional Medicine पर पहल लेगा।

ये भी पढ़ें : SCO शिखर सम्मेलन: उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति ने किया PM मोदी का स्वागत, पुतिन-जिनपिंग की मौजूदगी में सहयोग और व्यापार पर होगी चर्चा