मुरादाबाद : ‘द कश्मीर फाइल्स’ के नाम पर ठगी का धंधा शुरू, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है फिल्म का फर्जी लिंक

मुरादाबाद : ‘द कश्मीर फाइल्स’ के नाम पर ठगी का धंधा शुरू, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है फिल्म का फर्जी लिंक

मुरादाबाद,अमृत विचार। एक तरफ लोगों में हालिया रिलीज फिल्म द कश्मीर फाइल्स का खुमार सिर चढ़ कर बोल रहा है। वहीं दूसरी ओर जालसाजों ने इसी फिल्म के जरिए ठगी का धंधा शुरू कर दिया है। जालसाजों ने इस फिल्म के नाम पर कई लिंक तैयार की हैं। यह लिंक एक तरह से रिमोट ऐप …

मुरादाबाद,अमृत विचार। एक तरफ लोगों में हालिया रिलीज फिल्म द कश्मीर फाइल्स का खुमार सिर चढ़ कर बोल रहा है। वहीं दूसरी ओर जालसाजों ने इसी फिल्म के जरिए ठगी का धंधा शुरू कर दिया है। जालसाजों ने इस फिल्म के नाम पर कई लिंक तैयार की हैं। यह लिंक एक तरह से रिमोट ऐप से संबंधित हैं। जैसे ही लोग फिल्म को डाउनलोड करने के लिए इन लिंक्स पर क्लिक करते हैं, अपने आप उनके फोन का नियंत्रण जालसाजों के हाथ में आ जाता है और वह फोन में मौजूद बैंकिंग ऐप को हैक कर खाता खाली कर दे रहे हैं।

इस तरह की ठगी के शिकार हुए कई लोगों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अलावा साइबर सेल में शिकायत दी है। पुलिस की साइबर सेल सभी मामलों की जांच कर रही है। हालांकि पुलिस अभी तक यह पता नहीं कर पायी है कि यह लिंक्स कहां डवलप हुई हैं और इन्हें कौन से आईपी एड्रेस के जरिए प्रसारित किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक प्राप्त शिकायतों के आधार पर मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस सबसे पहले आरोपियों के आईपी एड्रेस को ट्रैस करने का प्रयास कर रही है। आईपी एड्रेस मिलने के बाद ही आरोपियों के ठिकानों पर दबिश हो सकती है।

पुलिस ने दिया इस तरह के लिंक से बचने का सुझाव
जालसाजों को ट्रैस कर पाने में अब तक विफल रही पुलिस ने अब लोगों को इस तरह के लिंक से बचने का सुझाव दिया है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर इससे संबंधित एक एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें बताया है कि थोड़ी सी जागरूकता और थोड़ी सी सावधानी बरतकर साइबर ठगी से बचा जा सकता है।

सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं कई तरह के लिंक
सीओ साइबर अपराध अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस तरह के कई लिंक तैर रहे हैं। इनमें से कोई रिमोट ऐप से संबंधित लिंक है तो कई लिंक परमिशन के आधार पर अपडेट होते हैं। लोग फिल्म डाउनलोड करते समय कई बार गलती से मांगे गए परमिशन दे देते हैं। इससे जालसाज आसानी से उनके बैंक खाते तक पहुंच जाते हैं।

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