लखनऊ: नगर निगम में तैनात अफसरों पर गिरी गाज, पर्यावरण अभियंता हुए निलंबित

लखनऊ: नगर निगम में तैनात अफसरों पर गिरी गाज, पर्यावरण अभियंता हुए निलंबित

लखनऊ। लखनऊ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई मोहान रोड स्थित शिवरी प्लांट में कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही बरते जाने की गाज नगर निगम में तैनात अफसरों पर आखिरकार गिर ही गई। ऐसा पहला मौका है जब कूड़े के कु-प्रबंधन को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई की गयी है। नगर निगम में पूर्व तैनात पर्यावरण अभियंता पंकज …

लखनऊ। लखनऊ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई मोहान रोड स्थित शिवरी प्लांट में कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही बरते जाने की गाज नगर निगम में तैनात अफसरों पर आखिरकार गिर ही गई। ऐसा पहला मौका है जब कूड़े के कु-प्रबंधन को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई की गयी है।

नगर निगम में पूर्व तैनात पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण को निलंबित कर दिया गया है। पंकज वर्तमान में आगरा नगर निगम में पर्यावरण अभियंता के पद पर तैनात है और अब उन्हें निदेशक स्थानीय निकाय निदेशालय से सम्बद्ध किया गया है।

पंकज भूषण के खिलाफ राज्यपाल ने भी विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई करने की संस्तुति की है, जिसका जांच अधिकारी अपर आयुक्त प्रशासन लखनऊ मंडल को बनाया गया है। पूर्व में तैनात एक या दोनों अपर नगर आयुक्त के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है। इसमे अमित कुमार डा. अर्चना द्विवेदी हैं। ये दोनों ही अधिकारी समय-समय पर कूड़ा प्रबंधन का काम देख रहे थे। नगर निगम ने शिवरी प्लांट में कूड़ा प्रबंधन के हालात पर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।

अपर मुख्य सचिव की तरफ से बैठक को लेकर जारी कार्यवृत्त में भी यह जिक्र था कि कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही बरतने पर अपर नगर आयुक्त के खिलाफ विभागीय कार्यवाह करने के निर्देश दिए थे। छह जुलाई को कूड़ा प्रबंधन के शिवरी प्लांट का निरीक्षण करने गए अपर मु य सचिव (नगर विकास) डा. रजनीश दुबे ने वहां के हालात पर नाराजगी जताई थी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की रिपोर्ट तलब की थी। निरीक्षण के समय मौजूद अपर नगर आयुक्त डा. अर्चना द्विवेदी और तत्कालीन पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण सही रिपोर्ट नहीं दे पाए थे, जिस पर अपर मु य सचिव (नगर विकास) ने नाराजगी भी जताई थी।

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कूड़े का ढेर देख नाराज हुए अपर मुख्य सचिव

अपर मुख्य सचिव (नगर विकास) डॉ. रजनीश दुबे शिवरी प्लांट में कूड़े का पहाड़ देखकर नाराज हो गए थे। शहर भर से पहुंच रहे कूड़े का निस्तारण न होने से वहां चारों तरफ दुर्गंध थी और पुराने समय का कूड़े का प्रबंधन न होने से उसका ढेर लगा था। अपर मुख्य सचिव ने खुद ही कूड़े के पहाड़ के ऊपर चढ़कर गए थे और वहां देखा था कि बिछाई गई पॉलीथिन की लेयर फटी थी और कूड़ा मिट्टी के ऊपर था। इस पर उन्होंने भूजल दूषित होने की आशंका जताते हुए भूजल की गुणवत्ता की जांच कराने को कहा था।