लखीमपुर-खीरी: रोडवेज बस लूटकांड का खुलासा, हमलावरों को सबक सिखाने के लिए चालक-परिचालक ने गढ़ी थी लूट की कहानी

लखीमपुर-खीरी: रोडवेज बस लूटकांड का खुलासा, हमलावरों को सबक सिखाने के लिए चालक-परिचालक ने गढ़ी थी लूट की कहानी

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। कोतवाली पसगवां क्षेत्र के मछेछा में रोडवेज बस के परिचालक से हुई लूट मामले का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। एसपी ने बताया कि परिचालक के साथ लूट नहीं हुई थी। परिचालक ने चालक के साथ मिलकर मारपीट करने वाले युवकों को सबक सिखाने के लिए लूट की कहानी रची …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। कोतवाली पसगवां क्षेत्र के मछेछा में रोडवेज बस के परिचालक से हुई लूट मामले का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। एसपी ने बताया कि परिचालक के साथ लूट नहीं हुई थी। परिचालक ने चालक के साथ मिलकर मारपीट करने वाले युवकों को सबक सिखाने के लिए लूट की कहानी रची थी।

उन्होंने बताया कि शाहजहांपुर बस स्टैंड पर मोहम्मदी के एक युवक से चालक-परिचालक का विवाद हो गया था। इससे गुस्साए कथित युवक ने अपने साथियों के साथ बस का पीछा किया। मछेछा के पास बस को घेर कर चालक व परिचालक की पिटाई कर दी और बस में तोड़फोड़ कर भाग निकले थे। पुलिस ने चालक-परिचालक व सात अन्य हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस लाइन सभागार में एसपी संजीव सुमन ने बताया कि 12 जुलाई की रात हरिद्वार से रुपैडिहा जा रही रोडवेज बस के परिचालक सीतापुर के मोहल्ला बिजवार निवासी अनुज कुमार पांडेय ने पुलिस को सूचना दी थी कि मछेछा नहर पुल के आगे पेट्रोल पंप के पास बस रोककर बाइक सवार बदमाशों ने लूटपाट की है। उसका बैग और चेन लूट ले गए हैं। बैग में 38 हजार रुपये की नकदी, बेबिल, टिकट आदि थे। बस में भी तोड़फोड़ की है। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट की रिपोर्ट दर्ज की थी।

आईजी के आदेश पर घटना के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम व तीन अन्य पुलिस की टीमें लगाई गई थी। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि जांच के दौरान मोबाइल सर्विलांस व मुखबिरों की मदद से यह बात सामने आई की रोडवेज बस के चालक व परिचालक के साथ शाहजहांपुर बस स्टैंड पर मोहम्मदी के मोहल्ला पूर्वी लखपेड़ा निवासी कुलदीप से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने जब कुलदीप को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो लूट की घटना फर्जी निकली।

पुलिस ने पूछताछ के बाद उसके सहयोगी आयुष भदौरिया पुत्र आनन्द सिंह निवासी पूर्वी लखपेड़ा, शीपू सिंह पुत्र शेर सिंह निवासी भुड़हरा, अमित पुत्र रामशरण निवासी वाल्मीकि बस्ती, सत्यम श्रीवास्तव पुत्र महेश कुमार निवासी बाजारगंज, आशू पुत्र अमरपाल निवासी नई और कृष्णा पुत्र अर्जुन वाल्मीकि निवासी वाल्मीकि बस्ती कोतवाली मोहम्मदी को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों ने कुलदीप से साथ मिलकर मछेछा के आगे पेट्रोल पंप के पास बस को घेर कर रोका था। बस के चालक व परिचालक के साथ मारपीट और तोड़फोड़ की थी। बस के चालक व परिचालक ने मारपीट की घटना को छिपाकर पुलिस को लूट की झूठी सूचना दी।

पुलिस ने परिचालक और बस चालक रामनिवास मिश्र निवासी आनंद नगर कोतवाली सीतापुर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने परिचालक के घर से पानी की टंकी के पास छिपाकर रखा गया बैग बरामद किया है, जिसमें 38,000 रुपये, टिकट गड्डी व 04 बेबिल रखे थे। एसपी ने बताया कि पुलिस ने कुलदीप समेत गिरफ्तार उसके सभी साथियों के खिलाफ धारा 34/147/148/149/323/332/427/504/506 व 2/3 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। वहीं परिचालक अनुज कुमार पांडेय और चालक रामनिवास मिश्रा को आईपीसी की धारा 409, 420, 477 व 120 बी के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों का शनिवार को चालान कर कोर्ट में पेश किया। जहां से अदालत ने सभी को जेल भेज दिया।

परिवहन मंत्री का सिर पर हाथ तो डर काहे का
रोडवेज बस के चालक व परिचालक की पिटाई करने में शामिल एक आरोपी भाजपा की जिला कार्यसमिति सदस्य आनंद सिंह भदौरिया का पुत्र आयुष भदौरिया है। भाजपा में अच्छी पैठ होने के कारण वह परिवहन मंत्री के नजदीकी माने जाते हैं। चालक-परिचालक के साथ मारपीट करने में शामिल आनंद भदौरिया का पुत्र आयुष भदौरिया की यूपी परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बकायादा यह फोटो उसके फेसबुक अकाउंट पर भी अपलोड है।

बताया जाता है कि परिवहन मंत्री से अच्छे संबंध होने के कारण वह कानून को अपनी जागीर समझ बैठा, लेकिन शायद वह यह भूल गया कि प्रदेश में योगी सरकार है। योगी के कानून का डंडा अपराधियों के खिलाफ चल रहा है। चाहे वह किसी दल का हो या फिर आम। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी के पिता आनंद सिंह भदौरिया ने शासन सत्ता की हनक दिखाते हुए आरोपी बेटे को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन इसे अधिकारियों में योगी का डर कहें या फिर कुछ और। अधिकारियों ने भी उनकी एक नहीं सुनी और जरायम की दुनिया में शामिल हुए आयुष भदौरिया के खिलाफ भी कार्रवाई की।

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