साल के आखिरी सूर्य ग्रहण में इन खास बातों का रखें ध्यान
हिंदू पंचांग अनुसार सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगा है। यह ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण न लगने के बाद भी इसका प्रभाव सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा। ग्रहण पूर्ण होने के बाद …
हिंदू पंचांग अनुसार सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगा है। यह ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण न लगने के बाद भी इसका प्रभाव सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा। ग्रहण पूर्ण होने के बाद सभी को यथा संभव दान करना चाहिए।
इन राशियों पर अनुकूल प्रभाव
सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा लेकिन इसका प्रभाव 12 राशियों पर पड़ेगा। जब ग्रहण पड़ता है तो इसका अच्छा या बुरा असर 15 दिनों तक रहता है। साल के आखिरी सूर्य ग्रहण का प्रभाव मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि वालों पर ग्रहण का शुभ प्रभाव पड़ेगा। करियर में नए तरक्की के रास्ते खुलेंगे। नई नौकरी के साथ ही अच्छी तनख्वाह भी मिलने के समीकरण बन रहे हैं।
ये राशि वाले रखें ध्यान
वहीं वृश्चिक, मेष, धनु और वृषभ राशि वालों पर सामान्य असर दिखेगा। इन जातकों को बदलते मौसम के कारण स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हाे सकती है। इस राशि के जातकों को थोड़ा सर्तक रहने की आवश्यकता है। सूर्य ग्रहण का असर ग्रहण के बाद अगले 15 दिन तक रहेगा।
यह काम कर सकते हैं
– ग्रहण के दौरान और आने वाले 15 दिनों तक ईश्वर की अराधना जरूर करें।
– सूर्य देव के बीज मंत्र का जप करना चाहिए।
– सूर्य ग्रहण के लगने से ठीक पहले खाने-पीने की वस्तुएं जैसे पके हुए भोजन, दूध, दही, घी, मक्खन, अचार, पानी, आदि में कुश या तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए।
– ग्रहण के तुरंत बाद गंगाजल डालकर घर को साफ करें और गंगाजल मिलें हुए साफ पानी से नहा लें।
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