कानपुर: मंधना रूट पर दहलन संस्थान के पास बनेगा रेलवे स्टेशन, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी होगा नाम

कानपुर। मंधना-अनवरगंज रेल रूट पर यातायात जाम की समस्या के समाधान के लिए कवायद तेज हो गई है। इस रूट पर जरीब चौकी से आईआईटी के बीच एलीवेटेड ट्रैक बनेगा। इस पर 12 सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के पास एलीवेटेट ट्रैक बनाने की योजना थी, …
कानपुर। मंधना-अनवरगंज रेल रूट पर यातायात जाम की समस्या के समाधान के लिए कवायद तेज हो गई है। इस रूट पर जरीब चौकी से आईआईटी के बीच एलीवेटेड ट्रैक बनेगा। इस पर 12 सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के पास एलीवेटेट ट्रैक बनाने की योजना थी, लेकिन मंडलायुक्त शिविर कार्यालय में हुई बैठक में सिर्फ दलहन अनुसंधान संस्थान के पास ही स्टेशन बनाने पर सहमति बनी।
सांसद देवेंद्र सिंह भोले के प्रस्ताव पर तय किया गया कि इस स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा। सांसद सत्यदेव पचौरी ने इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए तेजी से प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने बताया कि रेलवे बोर्ड को मेडिकल कॉलेज के समीप तथा दूसरा आईआईटी के समीप स्टेशन बनाने का सुझाव दिया था। उनके इस प्रस्ताव पर बैठक में चर्चा हुई और तय किया गया कि सिर्फ दलहन अनुसंधान संस्थान के पास ही स्टेशन बनेगा।
पूर्वोंत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि डीपीआर के अनुसार परियोजना की लागत का 12 सौ करोड़ रुपये आएगी। मंधना से अनवरगंज तक 16.50 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक एलिवेटेड किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों ने कल्यानपुर और रावतपुर स्टेशन को समाप्त करने पर सहमति दी। सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा की डीपीआर को संशोधित कर रेलवे बोर्ड को जल्द से जल्द भेजें ताकि लोकसभा के सत्र में इसे मंजूरी मिल सके।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार ने बताया की कानपुर की इस परियोजना के रेलवे बोर्ड काफी सक्रिय है और मंत्रालय की सहमति के बाद दो साल में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा। इस अवसर पर विधायक सुरेंद्र मैथानी, नीलिमा कटियार, अभिजीत सांगा, सलिल विश्नोई एवं अरुण पाठक मौजूद रहे। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने रेलवे के अधिकारियों से कहा कि निर्माण आरंभ होने से पहले टाइमलाइन जरूर बना लें। परियोजना के संदर्भ में विस्तृत विवरण तैयार कर लें। ताकि जो भी अवरोध हों उन्हें दूर किया जा सके।
एडीआरएम इज्जत नगर विवेक कुमार ने रेलवे के अधिकारियों को निर्देश दिए की एक टीम बना कर अतिक्रमण की सूची बना लें। उसे डीएम को उपलब्ध करा दें। मंडलायुक्त ने कहा की कानपुर की एक सबसे बड़ी समस्या का समाधान हो जाने से दक्षिणी क्षेत्र के नागरिकों का दूसरी ओर आना जाना सुगम हो जाएगा, औद्योगिक गतिविधियों को बल मिलेगा और रेलवे यात्रियों को कानपुर मेट्रो का भी लाभ मिल सकेगा। जीटी रोड के शहरी क्षेत्रों मे संचालित यातायात से होने वाली दुर्घटनाएं कम हो जाएंगी।
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