ईरान ने ब्रिटेन के राजदूत को फिर किया तलब, प्रदर्शनों के खिलाफ तेहरान की कार्रवाई को लेकर भड़काऊ बयानों की कड़ी निंदा की
तेहरान। ईरान ने व्यापक प्रदर्शनों के खिलाफ तेहरान की कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन के ‘‘भड़काऊ बयानों’’ पर ब्रितानी राजदूत को एक फिर तलब किया। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि ईरानी प्राधिकारियों ने 10 दिन से भी कम समय में ब्रितानी राजदूत साइमन …
तेहरान। ईरान ने व्यापक प्रदर्शनों के खिलाफ तेहरान की कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन के ‘‘भड़काऊ बयानों’’ पर ब्रितानी राजदूत को एक फिर तलब किया। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि ईरानी प्राधिकारियों ने 10 दिन से भी कम समय में ब्रितानी राजदूत साइमन शेरक्लिफ को दूसरी बार तलब किया और लंदन के ‘‘भड़काऊ एवं गलत व्याख्या करने और हस्तक्षेप करने वाले बयानों की कड़ी निंदा की।’’
इससे दो दिन पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवर्ली ने ईरानी प्राधिकारियों से शांतिपूर्वक एकत्र होने के अधिकार का सम्मान करने, संयम बरतने और ‘‘गलत तरीके से हिरासत में लिए गए’’ प्रदर्शनकारियों को रिहा करने की अपील की थी। उल्लेखनीय है कि हिजाब ठीक से नहीं पहनने के चलते धर्माचार पुलिस ने 22 वर्षीय महसा अमीनी को हिरासत में लिया था और बाद में उसकी मौत के बाद देशभर में विरोध-प्रदर्शन होने लगे। ईरानी सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की।
ईरानी नेताओं ने पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका और इजराइल पर अमीनी की मौत के बाद दंगे भड़काने का आरोप लगाया, लेकिन उसने इस संबंध में कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराए। अमीनी की मौत के खिलाफ प्रदर्शन बुधवार को तीसरे सप्ताह भी जारी रहे। ईरान के सरकारी टेलीविजन की खबरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पों में कम से कम 41 लोग मारे गये हैं, जबकि मानवाधिकार समूहों ने यह संख्या कहीं अधिक होने का दावा किया है।