गोरखपुर: अपनी रचनाधर्मिता से पहचाने जाते हैं कलाकार- सीताराम कश्यप
गोरखपुर, अमृत विचार। किसी भी चित्रकार द्वारा बनाए गए चित्र सिर्फ कला के प्रति उसके हुनर का प्रदर्शन ही नहीं करते हैं बल्कि उसके चित्र रंगों के माध्यम से समाज में फैली बुराइयों पर कटाक्ष भी करते हैं और यह रंगीन, काले सफेद चित्र इन बुराईयों को दूर करने का संदेश भी देते हैं। चित्रकला …
गोरखपुर, अमृत विचार। किसी भी चित्रकार द्वारा बनाए गए चित्र सिर्फ कला के प्रति उसके हुनर का प्रदर्शन ही नहीं करते हैं बल्कि उसके चित्र रंगों के माध्यम से समाज में फैली बुराइयों पर कटाक्ष भी करते हैं और यह रंगीन, काले सफेद चित्र इन बुराईयों को दूर करने का संदेश भी देते हैं। चित्रकला के माध्यम से कुछ ऐसा ही संदेश दिया जा रहा है।
संस्कार भारती द्वारा रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर पक्कीबाग दुर्गाबाड़ी स्थित सभागार में अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित हुई। जिसमें देश विदेश के कलाकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स सम्मिलित की गई है।
इसका उद्घाटन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय रक्षा अध्ययन के वरिष्ठ आचार्य हर्ष कुमार सिन्हा, ललित कला संगीत विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर भारत भूषण, संस्कार भारती के राष्ट्रीय नाट्य प्रमुख रविशंकर खरे, प्रांतीय अध्यक्ष डॉक्टर शरद मणि त्रिपाठी, हरिप्रसाद सिंह ने किया।
प्रदर्शनी में देश के अलावा 38 विदेश के प्रतिभागियों द्वारा बनाए चित्र प्रस्तुत किए गए। प्रदर्शनी में कलाकारों ने प्रकृति, बचपन को बचाने,बालश्रम, महाभारत युद्ध आदि चित्रों के माध्यम से दिए। प्रदर्शनी में आनलाइन उपस्थित राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने कहा कि जब कोई कलाकार हमे असमय छोड़कर चला जाता है तब उसकी रचनाएं उसे जिंदा रखती है।
प्रो हर्ष सिन्हा ने कहा किराजीव केतन जैसे कलाकार बहुत कम मिलते हैं। अद्भुत प्रतिभा के धनी राजीव अपनी प्रतिभा से लोगों को मुरीद बना दिया। डॉ भारत भूषण कहा कि उनकी कलाकृतियों में लोक एवं शास्त्र का समन्वय दिखता है।
हरी प्रसाद सिंह ने कहा कि कला के लिए समर्पित डा.राजीव के तन को हम प्रत्यक्ष भले ही न देख पा रहे। लेकिन उनके मन में जो संकल्प था वह उनकी कृतियों में सुरक्षित है। इसी क्रम में प्रांतीय अध्यक्ष डॉ शरद मणि त्रिपाठी संरक्षक वीरेंद्र जी गुप्त संस्कार भारती के राष्ट्रीय नाट्य संयोजक रविशंकर खरे नेवी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इसके पूर्व संस्था का धेय गीत नूपुर सरकारी, उर्वशी श्रीवास्तव, तनिष्का श्रीवास्तव, पूजा निषाद ,अनु , ऐश्वर्या आदि ने प्रस्तुत किये। । आभार ज्ञापन संयोजक प्रेमनाथ, डॉ रेखा रानी शर्मा ने किया। संचालन रीता श्रीवास्तव ने किया।
प्रदर्शनी 3 से शुरू होकर 7 जनवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में अमेरिका ,बहरीन ,साउथ कोरिया ऑस्ट्रिया, मैक्सिको ,थाइलैंड, सिंगापुर आदि देशों के कलाकार शामिल है। इस मौके पर डॉ आशीष , कन्हैया श्रीवास्तव, ममता श्रीवास्तव, त्रिपुरारी मिश्रा, जितेंद्र श्रीवास्तव ,डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव, विश्व मोहन तिवारी, सुधा मोदी, रीना जयसवाल आदि उपस्थित रहे।