लखनऊ सचिवालय में पास धारकों का किसी भी गेट से आना-जाना हुआ आसान

लखनऊ। लखनऊ सचिवालय के भवनों में आने जाने को लेकर नया बदला हुआ है। अब लखनऊ सचिवालय के भवनों में पास धारक अधिकारी, कर्मचारी व आंख दुख किसी भी गेट से अंदर व बाहर आ जा सकेंगे। 18 अक्टूबर को सुरक्षा का हवाला देकर सचिवालय प्रशासन विभाग की ओर से तय गेट से प्रवेश व …
लखनऊ। लखनऊ सचिवालय के भवनों में आने जाने को लेकर नया बदला हुआ है। अब लखनऊ सचिवालय के भवनों में पास धारक अधिकारी, कर्मचारी व आंख दुख किसी भी गेट से अंदर व बाहर आ जा सकेंगे। 18 अक्टूबर को सुरक्षा का हवाला देकर सचिवालय प्रशासन विभाग की ओर से तय गेट से प्रवेश व निकासी की व्यवस्था लागू की गई थी।
सफाई कर्मियों की ओर से इसे लेकर लगातार विरोध किया जा रहा था। आखिरकार मंगलवार को सचिवालय प्रशासन विभाग में पुराने आदेश को निरस्त कर दिया। उधर सचिवालय कर्मियों ने बुधवार शेर शुरू हो रहे तीन दिवसीय धरना व प्रदर्शन को एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है।
उत्तर प्रदेश सचिवालय सेवा संगठन समन्वय समिति के पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बैठक की। समन्वय समिति के सचिव ओंकार नाथ तिवारी व शशीकांत शुक्ला ने बताया कि सचिवालय प्रशासन विभाग की ओर से प्रवेश व निकासी के लिए अलग-अलग द्वार की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से खत्म करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं सचिवालय भत्ता बहाल करने सहित अन्य मांगे पूरी करने के आश्वासन के बाद धरने को हफ्ते भर के लिए टाल दिया गया है। उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्रा ने कहा कि प्रवेश व निवासी के लिए अलग-अलग गेट की व्यवस्था होने में कर्मियों को फाइलें लाने और बैठक में शामिल होने के लिए एक भवन से दूसरे भवन जाने में बड़ी कठिनाई हो रही थी।
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बता दें कि सचिवालय के मुख्य भवन में 11 गेट हैं। अभी यहां पैदल या वाहन से आने पर चार, पांच, सात व नौ नंबर गेट से प्रवेश और गेट नंबर एक, दो तीन, दस व ग्यारा से निकासी की सुविधा थी। बापू भवन में गेट नंबर एक से निकासी व गेट नंबर दो से प्रवेश की व्यवस्था थी और लोक भवन, एनेक्सी व योजना भवन में भी अलग-अलग गेट से प्रवेश व निकासी की व्यवस्था थी, जिसे खत्म कर दिया गया है।