बरेली: मुशायरे के साथ उर्स-ए-शाह शराफत मियां का हुआ आगाज

बरेली, अमृत विचार। शुक्रवार आठ रबीउल अव्वल को मेहमान खाने में मुशायरे के साथ उर्स-ए-शराफती का आगाज हो गया। इससे पहले खानकाह पर फजर की नमाज के बाद कुरआन की गई। दिन भर जायरीन के आने का सिलसिला चलता रहा। जायरीन ने चादर और गुलपोशी की। दूर दराज के जायरीन भी उर्स में शिरकत करने …
बरेली, अमृत विचार। शुक्रवार आठ रबीउल अव्वल को मेहमान खाने में मुशायरे के साथ उर्स-ए-शराफती का आगाज हो गया। इससे पहले खानकाह पर फजर की नमाज के बाद कुरआन की गई। दिन भर जायरीन के आने का सिलसिला चलता रहा। जायरीन ने चादर और गुलपोशी की। दूर दराज के जायरीन भी उर्स में शिरकत करने आ रहे हैं। मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही सभी कार्यक्रम हो रहे हैं।
रात को ऑल इंडिया नातिया मनकबतिया तरही मुशायरे का आयोजन हुआ। जिसकी सरपरस्ती पीरो मुरशिद शाह मुहम्मद सकलैन मियां (मियां हुज़ूर) ने की । मुशायरे की सदारत उस्ताद शायर मुनतखब अहमद नूर ककरालवी ने की और मुख्तार सकलैनी तिलहरी ने निजामत की। मुशायरे का मिसरा तराह आपके जैसा दूसरा न मिला पर सभी शोहरा ने अपने कलाम पेश किए।
कलाम पढ़ने वालों में मुनतखब नूर ककरालवी, अंसार झांसवी, निसार अहमद मुंबई, जमील देहलवी, राहील सकलैनी किच्छा, चांद ककरालवी, सादिक बदायूंनी, रागिब ककरालवी, अख्तर बदायूंनी, मुख्तार तिलहरी, फरहत ककरालवी, चमन संभली, ताहिर नूरी बरेलवी, राहिल बरेलवी, अतहर बरेलवी, मखदूम बरेलवी आदि शामिल रहे। मुशायरा देर रात तक चलता रहा। इस दौरान मंच पर गाजी मियां सकलैनी, हाफिज गौसी, इंतिखाब सकलैनी, गुलाम मुर्तुजा सकलैनी,सलमान सकलैनी, मुंतासिब सकलैनी, मुनीफ सकलैनी, जिया सकलैनी, मन्ना सकलैनी, अबरार सकलैनी, हाजी लतीफ, इंतजार सकलैनी आदि मौजूद रहे। शनिवार को उर्स के दूसरे दिन सुबह में कुरआन ख्वानी और रात को दीवानखाना चौक पर तकरीरी कार्यक्रम होगा।