बहराइच: सायरन बजते ही बंकर में छिप जाते हैं अभय और शिवेंद्र, छात्रों ने परिवार से बात कर बताई आपबीती

बहराइच: सायरन बजते ही बंकर में छिप जाते हैं अभय और शिवेंद्र, छात्रों ने परिवार से बात कर बताई आपबीती

बहराइच। जिले के जरवल विकास खंड क्षेत्र निवासी शिवेंद्र और अभय यूक्रेन में फंसे हुए हैं। दोनों ने परिवार से बात कर बताया कि सायरन बजते ही सभी को फ्लैट के नीचे बने बंकरों में रहना पड़ रहा है। परिवार के लोगों ने सरकार से वापसी की गुहार लगाई है। बहराइच जिले के जरवल विकास …

बहराइच। जिले के जरवल विकास खंड क्षेत्र निवासी शिवेंद्र और अभय यूक्रेन में फंसे हुए हैं। दोनों ने परिवार से बात कर बताया कि सायरन बजते ही सभी को फ्लैट के नीचे बने बंकरों में रहना पड़ रहा है। परिवार के लोगों ने सरकार से वापसी की गुहार लगाई है।

बहराइच जिले के जरवल विकास खंड के छात्र मेडिकल की पढ़ाई यूक्रेन में कर रहे हैं। जरवल नगर निवासी डॉक्टर बाबू राम यादव का का पौत्र अभय यादव यूक्रेन के जीफोरजिया स्टेट में मेडिकल (एम बी बी एस) की पढ़ाई करने गया हुआ है। जहां पर रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच फंस गया है। परिजन ने बताया कि छात्र से बात करने पर पता चला है कि सायरन बजते ही फ्लैट के नीचे बने बंकरो में रूकना पड़ रहा है।

तथा इमरजेंसी में खाने पीने की व्यवस्था किसी तरह से करनी पड़ रही है। इसी तरह जरवल के ग्राम सपसा दिकौलिया निवासी मनोज कुमार सिंह का बेटा शिवेंद्र प्रताप सिंह मेडिकल(एम बी बी एस) की पढ़ाई कर रहा है। जो यूक्रेन की राजधानी कीव में रहता है। जहां इस पर समय भयंकर बमबारी चल रहा है। दो दिन पूर्व युद्ध के डर से एक दर्जन से अधिक छात्रों के साथ भागकर पोलैंड बॉर्डर पर आ गया है। जहां पर रहने खाने की कोई उचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है। काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनके पिता मनोज कुमार सिंह का परिवार इस बात को लेकर परेशान नजर आ रहा है। तथा सरकार से बच्चों की वतन वापसी की गुहार लगाई है।

शिवेंद्र पहुंचा पोलैंड

शिवेंद्र के पिता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बेटा अन्य छात्रों के साथ पोलैंड की सीमा में पहुंच गया है। लेकिन वहां पर खाना के साथ पानी की कोई सुविधा नहीं है।

यह भी पढ़े-बरेली: कचौली गांव के पास दिखाई दिया तेंदुआ, गांव में फैली दहशत, भुता वाला ही तेंदुआ होने की आशंका