अयोध्या: त्योहार और सहालग को देखते हुए बढ़ी खरीदारी, नवरात्रि से बिजनेस में आया भारी उछाल

अयोध्या: त्योहार और सहालग को देखते हुए बढ़ी खरीदारी, नवरात्रि से बिजनेस में आया भारी उछाल

अयोध्या। दो साल से मंदी की मार झेल रहा अयोध्या का सर्राफा बाजार इस बार सोने की रिकॉर्ड खरीदारी की उम्मीद लिए दमकने जा रहा है। कोरोना के कारण सोने की फीकी पड़ी चमक एक बार फिर से बाजार को रोशन कर देगी। कारोबारियों का मानना है कि नवरात्रि से व्यापार में जो उछाल आया …

अयोध्या। दो साल से मंदी की मार झेल रहा अयोध्या का सर्राफा बाजार इस बार सोने की रिकॉर्ड खरीदारी की उम्मीद लिए दमकने जा रहा है। कोरोना के कारण सोने की फीकी पड़ी चमक एक बार फिर से बाजार को रोशन कर देगी। कारोबारियों का मानना है कि नवरात्रि से व्यापार में जो उछाल आया है। उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि गुरु पुष्य नक्षत्र, धनतेरस, दीवाली और उसके बाद पड़ने वाली सहालग में सोने का कारोबार 50 करोड़ रुपये से भी अधिक होने वाला है।

कोरोना ने देश ही नहीं विदेश में भी काफी नुकसान किया है। इसमें जनहानि तो हुई ही साथ ही कई लोग बेरोजगार भी हो गए हैं। व्यापार चौपट हो गया था। इसी में सर्राफा कारोबारियों का धंधा भी पूरी तरह से मंदी की चपेट आ गया था, लेकिन कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद एक बार फिर से व्यापार पटरी पर आने लगा है। जनपद के स्वर्ण व्यापारियों का मानना है कि लोग बम्पर खरीदारी कर रहे हैं। पिछली बार की अपेक्षा इस बार कई गुना बिक्री बढ़ी है। लगभग 28 लाख की आबादी वाले जिले के लोगों की खरीदारी से सर्राफा कारोबारियों की चांदी होने जा रही है।

इन पर्वों व सहालग पर खरीदारी

  • 24 अक्टूबर को करवाचौथ
  • 28 अक्टूबर को गुरु पुष्य नक्षत्र
  • 2 नवंबर को धनतेरस
  • दीवाली 4 नवंबर को
  • 20 नवंबर से हिंदू धर्म में सहालग
  • बारावफात के पहले से शुरू हुई मुस्लिम धर्म की सहालग

गुरु पुष्य नक्षत्र और धनतेरस पर कब करें खरीदारी

ज्योतिषाचार्य पंडित रामानन्द पांडेय के अनुसार 28 अक्टूबर को काफी दिनों बाद पड़ने वाले गुरु पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करना बहुत ही अच्छा माना जाता है। 28 की सुबह 6:37 से 29 अक्टूबर को सुबह 6:25 तक गुरु पुष्य नक्षत्र का असर रहेगा। इस दौरान वस्त्र, रत्न व स्वर्ण धारण करने का अच्छा संयोग बनता है। इस समय व्यापार का कार्य शुरू करने वाले लोगों को भी लाभ होगा। धनतेरस पर भी खरीदारी शुभ मानी जाती है। 2 नवंबर को शाम 5:30 बजे से 7:30 बजे तक खरीदारी करने पर अच्छा संयोग बन रहा है।

शहर में 225 तो, जिले में 781 सर्राफा व्यवसायी हैं पंजीकृत

शहर में सर्राफा की 225 दुकानें हैं। अगर जनपद की पांचों विधानसभाओं की बात की जाए तो कुल 781 दुकानें पंजीकृत हैं। अमूमन 15 अप्रैल के बाद से आभूषणों की बिक्री शुरू हो जाती है और फिर नवरात्रि से दिसंबर तक में कारोबार में भारी उछाल आता हैं, लेकिन दो साल से बिक्री काफी कम हो गई थी। वहीं कोरोना केस थमने के बाद से भारी उछाल आया है।

सोने का भाव

  • पिछले साल अक्टूबर में 52 हजार रुपए प्रति तोला के करीब था।
  • इस साल 24 कैरेट सोने का भाव 49,300 रुपए प्रति तोला के आस-पास है।

इसपर जिला महामंत्री नरेश अग्रवाल का कहना है की दो साल से सर्राफा कारोबार मंदी की चपेट में था। वहीं कोरोना थमने के बाद से व्यापार में काफी उछाल आया है। नवरात्रि से ही जमकर खरीदारी शुरू हो गई है। आगे धनतेरस, दीवाली व शादी विवाह पड़ने जा रहे हैं। पिछली बार की तुलना में बाजार में 20 गुना बिक्री बढ़ी है। सर्राफा कारोबारियों का 50 करोड़ से भी ज्यादा का बिजनेस होगा।