अयोध्या: जिले के 28 स्कूलों बच्चों को मिलेगी पुलिस ट्रेनिंग, 14 लाख का बजट किया गया निर्धारित

अयोध्या: जिले के 28 स्कूलों बच्चों को मिलेगी पुलिस ट्रेनिंग, 14 लाख का बजट किया गया निर्धारित

अयोध्या। अब स्कूलों में भी बच्चों को पुलिस की ट्रेनिंग दी जाएगी। बच्चों में कानून और कानूनी प्रक्रियाओं की समझ विकसित करने और किशोरावस्था में बढ़ते अपराधों से निपटने के लिए शासन ने यह फैसला लिया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया जा रहा है। …

अयोध्या। अब स्कूलों में भी बच्चों को पुलिस की ट्रेनिंग दी जाएगी। बच्चों में कानून और कानूनी प्रक्रियाओं की समझ विकसित करने और किशोरावस्था में बढ़ते अपराधों से निपटने के लिए शासन ने यह फैसला लिया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया जा रहा है। इसका एक उद्देश्य बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाना भी है। इसके लिए जिले के 28 स्कूलों में प्रशिक्षण की योजना है। इस प्रशिक्षण को स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) नाम दिया गया है।

शासन की ओर से जिले के लिए 14 लाख का बजट निर्धारित किया गया है। प्रत्येक स्कूल को 50 हजार रुपये आवंटित किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने बताया कि इसी शैक्षणिक सत्र से चयनित सरकारी स्कूलों में इसकी शुरुआत की जाएगी। यह दो साल का प्रशिक्षण 8वीं और 9वीं कक्षा के छात्रों के लिए होगा। इस कार्यक्रम के तहत, सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को एसपीसी के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये बच्चे प्रशिक्षण के बाद गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस या अपने क्षेत्र के ऐसे अन्य किसी सार्वजनिक समारोह में स्वैच्छिक रूप से सेवा दे सकते हैं।

किस तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी

विद्यार्थियों को एसपीसी के तहत जो प्रशिक्षण दिया जाना है। उसमें 15 मॉड्यूल्स तैयार किए गए हैं। इसके तहत सार्वजनिक व निजी जीवन के सभी पहलुओं, जैसे-व्यक्तित्व विकास, शारीरिक व मानसिक विकास, सामाजित उत्तरदायित्व का पाठ पढ़ाया और सिखाया जाएगा। विद्यार्थियों को तीन स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें इनडोर कक्षाएं, बाहरी गतिविधियां और संबंधित स्थलों व कार्यालयों का भ्रमण शामिल है। जिन स्कूलों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चुना गया है उन्हें इस दो साल के कोर्स के लिए एक लाख रुपए का ग्रांट दिया जाएगा। पहली किस्त पचास हजार रुपये के रूप में दी जायेगी।

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