जिजीविषा की जीत

कोरोना महामारी के डर को पराजित कर लंबे इंतजार और तमाम आशंकाओं के बीच आखिर टोक्यो ओलिंपिक 2020 शुरू हो गया। हालांकि, इसका आयोजन एक साल के स्थगन के बाद हो रहा है। शुक्रवार को हुए उद्घाटन समारोह से दुनिया के खेल प्रेमियों को सुकून मिला। जापान में इन खेलों का आयोजन ऐसे समय में …
कोरोना महामारी के डर को पराजित कर लंबे इंतजार और तमाम आशंकाओं के बीच आखिर टोक्यो ओलिंपिक 2020 शुरू हो गया। हालांकि, इसका आयोजन एक साल के स्थगन के बाद हो रहा है। शुक्रवार को हुए उद्घाटन समारोह से दुनिया के खेल प्रेमियों को सुकून मिला। जापान में इन खेलों का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है, जब यह देश कोरोना की चौथी लहर से जूझ रहा है। कोरोना संकट के चलते टोक्यो में आपातकाल लगा है, जो खेलों के समापन तक जारी रहेगा।
मेजबानी के लिये मशहूर जापान में दुनिया के खेल प्रेमी इस मेजबानी का लाभ कोरोना संकट के चलते नहीं उठा पाएंगे। खेलों के आयोजन को लेकर दिखाई गई प्रतिबद्धता मनुष्य की जिजीविषा का ही पर्याय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत पर जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा को बधाई दी है।
जापान में इन खेलों के आयोजन के औचित्य पर सवाल खड़े किये जा रहे थे और विरोध भी जारी रहा, लेकिन जापान सरकार अपने फैसले पर अडिग रही।वैसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति भी खेलों को टालने के मूड में नहीं थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने भी खेलों के आयोजन को हरी झंडी दी और कहा कि एक साल से अधिक समय से अलगाव व तनाव में जी रही दुनिया को ये खेल नई ऊर्जा देंगे।
इस बार 8 अगस्त तक होने वाले इन ओलंपिक खेलों में सख्त कोरोना प्रोटोकॉल के अलावा कई बातें विशिष्ट हैं। रोचक यह कि ओलंपिक के पदक पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान व फोनों से बनाये गए हैं। इस बार 33 खेलों में 339 पदकों का फैसला होना है। उधर ओलंपिक में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 100 से अधिक हो गए है। आयोजकों ने शुक्रवार को 19 नये मामले सामने आने की घोषणा की।
उम्मीद की जानी चाहिए कि संक्रमण के कुछ मामले पाए जाने के बावजूद खेल निर्विघ्न संपन्न होंगे। कोरोना के कारण नियमों के बदलाव के चलते खिलाड़ियों के लिए चुनौतियां तो हैं, लेकिन जीत का जज्बा बरकरार है। ओलंपिक में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लंदन ओलंपिक 2012 में था जब भारतीयों ने छह पदक जीते थे, हालांकि उनमें एक भी स्वर्ण पदक शामिल नहीं था।
भारत को इस बार रेसलिंग से लेकर शूटिंग और बैडमिंटन तक कई खेलों में पदक की आशा है। 127 खिलाड़ियों वाली हमारी जो टीम पहुंची है, उस पर ध्यान दें तो देश में खेलों के विकास के कई अहम पहलू उजागर होते हैं। आशा है कि हमारे खिलाड़ी इस ओलिंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।