बरेली: भाजपा भी ब्राह्मणों के पीछे, सम्मान से साधने की तैयारी

बरेली, अमृत विचार। राज्य में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखी के चुनाव संपन्न होने के बाद 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एकाएक राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गयी है। बसपा सुप्रीमो मायावती के ब्राह्मण कार्ड खेलने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी समेत अन्य दल भी ब्राह्मणों को वोट बैंक मानते हुए उन्हें …
बरेली, अमृत विचार। राज्य में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखी के चुनाव संपन्न होने के बाद 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एकाएक राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गयी है। बसपा सुप्रीमो मायावती के ब्राह्मण कार्ड खेलने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी समेत अन्य दल भी ब्राह्मणों को वोट बैंक मानते हुए उन्हें साधने की तैयारी में जुट गए हैं।
मिशन 2022 में जुटी भाजपा ने ब्राह्मणों को साधने के लिए अलग ही रणनीति बनायी है। प्रदेश स्तर पर हुईं अहम बैठकों में दिशा-निर्देश मिलने के बाद भाजपा ने ब्राह्मणों को सम्मानित करने की कार्ययोजना बनायी है। बरेली में 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर साधु संत, महात्मा, मठ मंदिर के पुजारियों, धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोगों को सम्मानित कर उनका आशीर्वाद लेने के लिए अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की।
वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि बरेली महानगर में नौ मंडल हैं। सभी मंडल स्तर पर कार्यक्रम कर साधु संतों को सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह जिले के सभी मंडल स्तरों पर सम्मान कार्यक्रम चलाया जाएगा। इससे माना जा रहा है कि भाजपा 2022 में 2017 दोहराने के लिए हर वर्ग को साधने में अभी से जुट गयी है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा शीर्ष नेतृत्व मिलकर आगामी विधानसभा में फिर सरकार बनाने के लिए प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर बैठकें भी लगातार कर रहा है।
भाजपा की बैठकों से अन्य राजनीतिक दलों में भी खलबली मची है। इधर, बरेली महानगर में सम्मान कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए बुधवार को पार्टी कार्यालय पर महानगर प्रभारी गोपाल अंजान, महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार, नगर विधायक डा. अरुण कुमार, मेयर डा. उमेश गौतम समेत अन्य पदाधिकारियों ने रूपरेखा बनायी।