बरेली: मेंथा कारोबारियों को बचाने की साठगांठ, फर्जी फर्मों पर नहीं कार्रवाई

बरेली: मेंथा कारोबारियों को बचाने की साठगांठ, फर्जी फर्मों पर नहीं कार्रवाई

बरेली, अमृत विचार। वाणिज्यकर विभाग की तरफ से पांच महीने में फर्जी ढंग से पंजीकृत मैंथा की तीन फार्मों पर टैक्स चोरी पकड़े जाने पर केस दर्ज कराया जा चुका है, लेकिन विभाग की तरफ से मौके पर जाकर की गई जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं। सवाल उठ रहे हैं …

बरेली, अमृत विचार। वाणिज्यकर विभाग की तरफ से पांच महीने में फर्जी ढंग से पंजीकृत मैंथा की तीन फार्मों पर टैक्स चोरी पकड़े जाने पर केस दर्ज कराया जा चुका है, लेकिन विभाग की तरफ से मौके पर जाकर की गई जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि विभाग ने जिस तरह जांच की थी, यदि पहले ही मौक पर जाकर जांच पड़ताल की होती तो शायद फर्जीवाड़ा करने वाले मैंथा कारोबारियों का यह खेल पकड़ में आ जाता। हालांकि विभाग ने रिपोर्ट दर्ज कराकर गेंद पुलिस के पाले में डाल दी है। वहीं, फर्जी बिलिंग के सहारे टैक्स चोरी का खेल अब भी जारी है।

राजेंद्र नगर में मेंथा ऑयल की बड़ी मंडी
जिले में आंवला तहसील के देवचरा गांव व शहर में राजेंद्र नगर में मेंथा ऑयल की बड़ी मंडी है। यहां छोटे व्यापारियों की संख्या करीब दो सौ और बड़े कारोबारियों की संख्या 36 के करीब है। ये सभी हर महीने करोड़ों रुपये का व्यापार करते हैं। जिले के तमाम बड़े कारोबारी इस काम में लगे हैं, जो किसानों से मेंथा ऑयल खरीदकर उसका निर्यात तक करते हैं। इस पूरे कारोबार में तमाम व्यापारी धड़ल्ले से जीएसटी की चोरी भी कर रहे हैं।

पिछले साल की थी छाापेमारी
पिछले साल नवंबर में वाणिज्य कर विभाग की संयुक्त टीम ने बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में मेंथा कारोबारियों के यहां छापेमारी की थी जिसमें बरेली और शाहजहांपुर की 22 मेंथा फर्मों की जांच पड़ताल में देवचरा की दो फर्में फर्जी मिलीं थीं जिनसे बिल जारी कर गलत तरीके से आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) का लाभ लिया जा रहा था। दो दिन बाद बरेली और शाहजहांपुर की 14 फर्मों पर संयुक्त छापेमारी में जलालाबाद की बाबा ट्रेडर्स और राजर्स ट्रेडर्स नाम से फर्म फर्जी पाई गई थीं। फर्मों का मौके पर कोई अस्तित्व नहीं था।

टीम ने कारोबारियों के संपर्क की तलाश में डाला डेरा
टीम ने कारोबारियों के संपर्क में आने वालों की तलाश में यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में डेरा डाला। कई लोगों से पूछताछ की। जिसके बाद जीएसटी की मेरठ स्थित निवारक शाखा पांच महीने में जिले के तीन बड़े मेंथा कारोबारियों पर फर्म पंजीकरण के समय लगाए गए दस्तावेज के आधार पर और पड़ताल में मिले तथ्यों के आधार पर केस दर्ज कराकर अब पूरा मामला पुलिस के पाले में डाल दिया है लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि जिस तरह विभाग ने अब जांच की है यदि इतनी ही गंभीरता से मौके पर जाकर पहले जांच की होती तो शायद ये फर्जीवाड़ा रुक सकता था। इधर, खास बात यह भी है केस दर्ज कराने से पूर्व इन कारोबारियों से जुड़े लोगों को पता लगाने को गठित टीम भी अब खामौश है।

टैक्स चोरी करने वालों की ऐसे हुई हैं गिरफ्तारी
जीएसटी की निवारक शाखा ने फर्जी फर्म के जरिये करीब 8.77 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का चूना लगाने वाले आशुतोष सिटी निवासी मेंथा कारोबारी अजय शर्मा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 25 जून को 8.34 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी में आंवला से राहुल गुप्ता की गिरफ्तारी की। इसके अलावा 27 जून को बजरिया इनायतगंज के अमित गुप्ता को 14.23 करोड़ की जीएसटी चोरी में पकड़ा।