शाहजहांपुर: गर्मी से राहत पाने को खन्नौत नदी में नहाने गए थे दो दोस्त, मिली मौत

सिंधौली/शाहजहांपुर, अमृत विचार। कस्बा सिंधौली निवासी वीरेश उर्फ अंग्रेज (18) और विशाल (18) दोनों दोस्त थे, रविवार को गर्मी से राहत पाने के लिए कस्बे के ही हिमांशु (12) के साथ खन्नौत नदी किनारे नहाने गए थे। सबसे पहले वीरेश कपड़े उतारकर नदी में नहाने के लिए कूदा तो डूबने लगा, इतने में विशाल ने …
सिंधौली/शाहजहांपुर, अमृत विचार। कस्बा सिंधौली निवासी वीरेश उर्फ अंग्रेज (18) और विशाल (18) दोनों दोस्त थे, रविवार को गर्मी से राहत पाने के लिए कस्बे के ही हिमांशु (12) के साथ खन्नौत नदी किनारे नहाने गए थे। सबसे पहले वीरेश कपड़े उतारकर नदी में नहाने के लिए कूदा तो डूबने लगा, इतने में विशाल ने भी छलांग लगा दी और वीरेश को बचाने लगा, लेकिन हिमांशु बाहर की खड़ा रहा। जब उसने दोनों को डूबते देखा तब उसने पुल पर आकर शोर मचाया। इस पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। उधर से गुजरे पड़ोसी गांव के कौशल ने दोनों को नदी से निकाला लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
जैसे ही घर वालों को युवकों के डूबने का पता चला तो वह रोते-बिलखते मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। नदी किनारे बिलख रहे दोनों के घर वालों को जरा भी अंदाजा नहीं था, कि वह लोग नहाने के लिए नदी की तरफ जा रहे हैं, नहीं तो वह उन्हें नहीं जाने देते थे। दोनों को नदी से जब निकाला गया, तो सभी के मुंह से जान बच जाने की दुआ निकल रही थी।
इसी उम्मीद में तत्काल दोनों को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां डॉक्टर ने चेकअप करने के उन्हें मृत घोषित कर दिया। वीरेश तीन भाइयों और चार बहनों में सबसे छोटा था। उसकी चार बहनों और बड़े भाई विमलेश, अखिलेश की भी शादी हो चुकी है। बेटे की मौत पर मां रामसुखी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। मोहल्ले के लोग उन्हें शांत कराने का प्रयास कर रहे थे लेकिन उनके आंसू थम नहीं रहे थे।

शाबास कौशल! डूबते युवकों बचाने नदी में कूद गया
राहगीर कौशल को लोग शाबासी दे रहे हैं, उसने जैसे ही दो युवकों को नदी में डूबते देखा वह अपनी बाइक सड़क किनारे खड़ी करके पुल के किनारे से नीचे उतर गया और कपड़े उतारकर खन्नौत नदी में छलांग लगा दी। उसने एक अन्य साथी की मदद से दोनों युवकों को बेहोशी की हालत में निकाल लिया। पेट से पानी निकाला, लेकिन अस्पताल ले जाते समय दोनों ने दमतोड़ दी।
दादी के पास रह रहा था विशाल
विशाल दो भाई और एक बहन है। विशाल के पिता राजेश और शांति नोएडा में बतौर मजदूर काम करते हैं और वहीं रहते हैं। विशाल भी माता-पिता के साथ रह रहा था। 27मार्च को बहन निधि की शादी करने के लिए परिवार नोएडा से आया तो वह भी आ गया। बहन की शादी निपटने के बाद जब माता-पिता और छोटा भाई गोलू नोएडा जाने लगा तो वह यहीं दादी भगवती के पास रूक गया।
बेटे-बहू को कैसे देगी पौत्र की मौत की खबर
पौत्र विशाल की मौत पर बिलख रही दादी भगवती के आंसू थम नहीं रहे थे, वह बार-बार बेसुध हो रही थी। उसका एक ही कहना था कि जिस पौत्र को देखभाल के लिए बेटा और बहू छोड़ गया था, उस पौत्र की मौत की खबर वह कैसे दे पाएगी। उसको रोता देख हर किसी की आंखें नम हो रहीं थीं।