सीतापुर: बारिश में पोता-पोती और दादी के साथ हो गया यह दर्दनाक हादसा, दो की मौत

अमृत विचार, मिश्रिख (सीतापुर)। जिले में बुधवार को हुई तेज बारिश का कहर बरपने लगा है। ईटों की कच्ची दीवार गिरने से मवेशियों को बचाने के लिए महिला अपने पोता-पोती सहित पहुंची। इसी बीच उन पर दूसरी दीवार गिर गई। दर्दनाक हादसे में दादी-पोती की मौत हो गई। जबकि उसका पोता घायल हो गया। घायल …
अमृत विचार, मिश्रिख (सीतापुर)। जिले में बुधवार को हुई तेज बारिश का कहर बरपने लगा है। ईटों की कच्ची दीवार गिरने से मवेशियों को बचाने के लिए महिला अपने पोता-पोती सहित पहुंची। इसी बीच उन पर दूसरी दीवार गिर गई। दर्दनाक हादसे में दादी-पोती की मौत हो गई। जबकि उसका पोता घायल हो गया। घायल को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। पुलिस और तहसील प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई है।
मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र के माड़र मजरा जगदीशपुर गांव में बारिश के बीच रामभजन के घर की ईटों की कच्ची दीवार अचानक भरभरा कर ढह गई। दीवार के पड़ोस में बंधे दो मवेशी दीवार के मलबे में दब गए। यह देखकर रामभजन की पत्नी रामपति (45), उसकी 10 साल की पोती मीनाक्षी, और 15 साल का पोता अनुज दीवार के मलबे में दबे मवेशियों को बचाने पहुंचे। इसी बीच अचानक दीवार का दूसरा हिस्सा भी ढह गया। इस दीवार के मलबे में महिला के साथ उसके पौत्र व पौत्री दब गए। शोरगुल सुनकर ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे। आनन-फानन में दीवार का मलबा हटाया गया। इस बीच पुलिस को भी सूचना दे दी गई।

दीवार का मलबा हटने से पहले महिला ने तोड़ा दम
दीवार का मलबा जब हटाकर तीनों को निकाला गया तो महिला रामपति और मीनाक्षी की मौत हो चुकी थी, जबकि अनुज जख्मी था। उसे फौरन सीएचसी मिश्रिख भेजा गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की और दोनों शवों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि मलबे में दबे दोनों मवेशियों को बचा लिया गया। इंस्पेक्टर मनोज यादव का कहना है कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।