लखनऊ: चारबाग स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की भीड़ के आगे कोरोना जांच हुई बेपटरी

लखनऊ: चारबाग स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की भीड़ के आगे कोरोना जांच हुई बेपटरी

लखनऊ, अमृत विचार। देश में रोजाना बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए अन्य राज्यों में जीवन यापन करने वाले श्रमिकों में खौफ बढ़ने लगा है। लॉकडाउन लगने का डर श्रमिकों को दिन-रात सता रहा है। बुधवार को भी इसी के चलते गैर राज्यों से यूपी आने वाले प्रवासी श्रमिकों के आने का सिलसिला …

लखनऊ, अमृत विचार। देश में रोजाना बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए अन्य राज्यों में जीवन यापन करने वाले श्रमिकों में खौफ बढ़ने लगा है। लॉकडाउन लगने का डर श्रमिकों को दिन-रात सता रहा है। बुधवार को भी इसी के चलते गैर राज्यों से यूपी आने वाले प्रवासी श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी रहा।

इनमें मुंबई से पुष्पक समेत अन्य ट्रेनों से छह हजार के करीब यात्री आएl बाकी 16000 यात्री अन्य ट्रेनों, प्राइवेट और रोडवेज बसों से आएl इन श्रमिकों को चारबाग बस स्टेशनों से बसों से भेजा गया। इन श्रमिकों को आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे से 450 बसों से यूपी के पूर्वांचल के जनपदों में भेजा गया।

बता दें कि स्टेशन पर श्रमिकों के लिए न के बराबर सुविधा दिखीl भीड़ को देखकर रेलवे कर्मचारी अपना ही बचाव करने लगे रहेl राजकीय रेलवे पुलिस जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल दूर नजर आने लगीl कर्मचारी मेडिकल टीम खुद कोविड-19 के डर से इन यात्रियों की किसी प्रकार की जांच करने की जहमत नहीं उठाईl जमीनी हकीकत पर प्रशासन और रेलवे के दावे हवा-हवाई दिखाई दिएl

लाइन से बाहर निकले सैकड़ों यात्री, बाहर उड़ी गई सोशल डिस्टेंसिंग
मुंबई से बुधवार को पुष्पक ट्रेन आने के बाद रेलवे कर्मी और रेलवे सुरक्षा बलों ने यात्रियों को ट्रेन के कोच से लाइन लगवाकर बाहर निकाल रहे थे। लेकिन श्रमिकों के भीड़ के आगे इनकी लंबी लाइन टूट गई स्टेशन के भीतर कोविड गाइडलाइन का पालन दूर-दूर तक नहीं नजर आया। कुछ ही देर में स्टेशन के बाहर जमा हुए यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग हवा हवाई हो गई। सैकड़ों की संख्या में यात्री झुंड बनाकर प्राइवेट साधन खोजने में जुट गएl कुछ यात्री मौके पर बस में बैठ गए। वहीं काफी यात्री ई रिक्शा, ऑटो पकड़कर चले गए। काफी संख्या में यात्री बिना मास्क के स्टेशन परिसर से बाहर निकल रहे थे जिन्हें कोई टोकने रोकने वाला नहीं दिखाl

अप्रवासी मजदूरों की नहीं हुई कोरोना जांच
दिल्ली, मुंबई, पंजाब, गुजराज से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की कोरोना जांच नहीं हो रही है। क्योंकि यात्रियों की भीड़ के आगे जांच टीम बौनी साबित हो रही है। यही वजह है कि 100 में 90 यात्री बिना जांच कराए ही घरों की ओर बेफ्रिक होकर चले जा रहे हैं। बता दें कि रोजाना स्टेशन पर 400 के करीब जांचें हो रही हैं। जिसमें एंटीजन जांच में 30 से 40 लोग रोजाना पॉजिटिव निकल रहे हैं।