बरेली: नौकरी के नाम पर जालसाजों ने बेरोजगारों से लाखों ठगे

बरेली: नौकरी के नाम पर जालसाजों ने बेरोजगारों से लाखों ठगे

बरेली, अमृत विचार। बेरोजगारों को नौकरी के सब्जबाग दिखाने वाले जालसाज सक्रिय हो गए हैं। जिले में अलग अलग मामलों ने चार जालसाजों ने बेरोजगारों से लाखों रुपये हड़प लिए जब नौकरी नहीं मिली तो बेरोजगारों ने रुपये मांगे। इस पर जालसाज उन्हें टरकाते रहे जब ठगों ने रुपये वापस नहीं किए तो पीड़ितों ने …

बरेली, अमृत विचार। बेरोजगारों को नौकरी के सब्जबाग दिखाने वाले जालसाज सक्रिय हो गए हैं। जिले में अलग अलग मामलों ने चार जालसाजों ने बेरोजगारों से लाखों रुपये हड़प लिए जब नौकरी नहीं मिली तो बेरोजगारों ने रुपये मांगे। इस पर जालसाज उन्हें टरकाते रहे जब ठगों ने रुपये वापस नहीं किए तो पीड़ितों ने थाना प्रेमनगर और बारादरी में तहरीर देकर चार ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। बारादरी में एक महिला उसके पिता और पति के खिलाफ वहीं प्रेमनगर में एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रेमनगर में पीड़ित ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। प्रेमनगर पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया।

केस एक

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 2.30 लाख ठगे
एसएसपी ऑफिस आए इज्जतनगर कर्मचारीनगर के कृष्णा कॉलोनी निवासी महेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि कॉलोनी का ही मृल निवासी व हाल में मेगा ड्रीम होम्स मे रहने वाले विजय जौहरी ने खुद को एक्शन पार्टी का जिलाध्यक्ष बताता है। आरोपी ने उनकी बेटी पारुल व दीक्षा की रेलवे में टीसी की नौकरी लगवाने को कहा और बेटियों के कहने पर उन्होंने 23 मार्च 2020 को एक लाख रुपये नकद देते हुये एक लाख 60 हजार का चेक दे दिया। जिसके आरोपी ने बेटियों के फार्म भरवाकर थोड़ा समय रुकने को कहा।

कुछ माह बीत जाने के बाद भी बेटियो की नौकरी नही लगी। तब उन्होंने आरोपी से रकम वापस करने को कहा। इसके बाद वह टाल मटोल करने लगा। आरोप है कि दबाव बनाते हुये वह आरोपी के घर पहुंचा। वहां आरोपी विजय जौहरी व उसकी पत्नी नलिनी जौहरी ने बंधक बनाकर हत्या करने की योजना बना ली। जिसके बाद वह अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले। इस मामले में आरोपी के खिलाफ इज्जतनगर पुलिस को एसएसपी ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए है।

वहीं आरोपी के खिलाफ प्रेमनगर थाने में भी दिसंबर में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें उसने एक रिटायर फौजी के साथ जालसाजी की थी। वहीं प्रेमनगर पुलिस ने 22 दिसंबर को दर्ज मुकदमें में आरोपी विजय बहादुर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जबकी एसएसपी से की गई गुरुवार को हुई शिकायत की इज्जतनगर पुलिस जांच कर रही है।

केस दो

अभिनेता के रिश्तेदार को मित्र बताकर की ठगी
प्रेमनगर नवाब का ठेला मीरा वाली गली में रहने वाले रिटायर्ड सैनिक प्रेमपाल सिंह ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाला विजय बहादुर जौहरी परचूनी की दुकान चलाता है। वह एक्शन पार्टी का पदाधिकारी है। उन्होंने बताया कि दुकान के कारण उससे जान पहचान हो गई। एक दिन उसने कहा कि रेलवे में उसकी पहचान अच्छी है। प्रेमपाल सिंह ने बताया कि आरोपी ने उनसे कहा कि उनके मित्र आरखान की अभिनेता सलमान खान से पहचान है। इसलिए रेलवे में उसकी अच्छी पैठ है। कई बार आरोपी ने स्पीकर आन करके किसी से बात की और नौकरी लगवाने को कहा। उधर से भी हां हो गई।

रिटायर्ड सैनिक ने बताया कि बात होने के बाद वह आरोपी के झांसे में आ गए। इसके बाद उन्होंने उसे 10 लाख रुपये दे दिए। जब नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने विजय बहादुर से रुपये मांगे। इस पर वह टरकाता रहा। जब अधिक दबाव बनाया तो आरोपी विजय बहादुर जौहरी ने उन्हें एक लाख रुपये वापस कर दिए। इसके बाद उसने एक भी रुपया नहीं दिया। बुधवार को आरोपी विजय बहादुर प्रेमपाल सिंह को दिख गया। तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इससे पहले वह आरोपी के खिलाफ धोखा धड़ी की रिपोर्ट दर्ज करा चुके थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे पुलिस ने जेल भेज दिया।

केस तीन

जालसाजों ने नौकरी के नाम पर हड़पे 7.14 लाख रुपये
जालसाजों ने एक व्यक्ति को बेटे की नौकरी सचिवालय में लगवाने का झांसा दिया और उससे 7.14 लाख रुपये हड़प लिए। बारादरी पुलिस ने प्रयागराज में रहने वाले एक महिला समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। बारादरी के मोहल्ला कुसुमनगर निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि वह किसी कार्य से बीएसए कार्यालय गए थे।

वहां उन्हें एक महिला समेत तीन लोग मिले। महिला ने अपना नाम रंजना व दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम रामशंकर और तीसरे ने अपना नाम हेमराज निवासी नगई का पुरा कोराव जिला प्रयागराज बताया। तीनों आरोपियों ने कहा कि उनकी लखनऊ सचिवालय में अच्छी पहचान है। यदि कोई नौकरी लगवाने के लिए हो तो बताना। इसके बाद तीनों ने अपने अपने नंबर ओमप्रकाश को दिए।

ओमप्रकाश ने बताया कि तीनों आरोपी दिसंबर 2019 को उनके घर पर आए और कहा कि बेटे की नौकरी लगवा दो। तब पीड़ित ने असमर्थता जताई। इस पर रंजना, हेमराज और रामशंकर ने कहा कि रुपये धीरे धीरे दे देना। पीड़ित आरोपियों के झांसे में आ गया। ओमप्रकाश ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि बेटे की नौकरी लगवाने के लिए आठ लाख रुपये देने होंगे। ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने पांच बार में आरोपी रामशंकर के खाते में 2.19 लाख रुपये, 10 बार में आरोपी हेमराज के खाते में 4.38 लाख रुपये और रंजना के खाते में एक बार में 10 हजार रुपये भेज।

कई माह तक जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने आरोपियों से रुपये मांगे। दबाव बनाने पर तीनों आरोपियों ने उन्हें 35 हजार रुपये वापस किए। जबकि अन्य रुपये अब तक नहीं दिए हैं। एक वर्ष से अधिक समय होने के बाद भी जब आरोपियों ने रुपये नहीं वापस किए तो उन्होंने एडीजी को प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। बारादरी पुलिस ने एडीजी के निर्देश पर आरोपी रंजना, हेमराज और रामशंकर निवासी नगई का पुरा कोराव जिला प्रयागराज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।