बरेली: होली से पहले चढ़ा सियासी रंग, राजनैतिक दलों में बढ़ी सक्रियता

बरेली: होली से पहले चढ़ा सियासी रंग, राजनैतिक दलों में बढ़ी सक्रियता

अमृत विचार, बरेली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का आरक्षण घोषित होते ही सियासी घमासान तेज हो गया है। होली से पहले ही पूरा जिला चुनावी रंग में रंगने लगा है। आरक्षण ने तमाम नेताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। वहीं, अधिकांश राजनीतिक दलों ने भी तैयारी तेज कर दी है। विधानसभा क्षेत्र, नगर पंचायत, …

अमृत विचार, बरेली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का आरक्षण घोषित होते ही सियासी घमासान तेज हो गया है। होली से पहले ही पूरा जिला चुनावी रंग में रंगने लगा है। आरक्षण ने तमाम नेताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। वहीं, अधिकांश राजनीतिक दलों ने भी तैयारी तेज कर दी है।

विधानसभा क्षेत्र, नगर पंचायत, सेक्टर, बूथ, वार्ड स्तर तक की कमेटियां बनाई जा रही हैं। कार्यकर्ताओं को गली-गली, गांव-गांव में जाकर लोगों को अपनी-अपनी पार्टियों की नीतियों के बारे में बताने को कहा जा रहा है। पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव का सेमिफाइनल माना जा रहा है।

पंचायत चुनाव में ही होगी दबदबा दिखाने की कोशिश
पंचायत चुनाव की प्रक्रिया लगभग एक-डेढ़ माह में पूरी हो जाएगी। इस चुनाव में दबदबा बनाने के लिए सभी दलों ने अभी से पूरा जोर लगा दिया है। पंचायत चुनाव के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं। साथ ही क्षेत्र का जातीय समीकरण भी देखा जा रहा है। हालांकि, आरक्षित सीटों को लेकर अभी जंग से छिड़ी है।

चार दिन में दाखिल करानी होगी आपत्ति
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत ग्राम पंचायतों की आरक्षण सूची मंगलवार को जारी कर दी गई। आपत्तियां दाखिल करने के लिए चार दिन का समय दिया गया है। विभिन्न पदों के लिए हुए आरक्षण पर चार से आठ मार्च तक आपत्तियां ली जाएंगी जबकि 10 से 12 मार्च तक उन आपत्तियों का परीक्षण कर निस्तारण होगा। 14 मार्च को अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी।