चाहते हैं कि आपका बच्चा हो सुंदर और बुद्धिमान, गर्भावस्था में रखें इन बातों का ध्यान

चाहते हैं कि आपका बच्चा हो सुंदर और बुद्धिमान, गर्भावस्था में रखें इन बातों का ध्यान

नई दिल्ली। शादी करने के बाद हर माता-पिता की चाहत होती है कि उसकी एक सुंदर और बुद्धिमान संतान हो। आमतौर पर लोगों में ये चाहत होती है कि उनका वंश आगे बढ़ाने के लिए उनकी कोई न कोई तेज-तर्रार संतान हो। जो भविष्य में न सिर्फ उनका नाम रोशन करे बल्कि उनके बुढ़ापे का …

नई दिल्ली। शादी करने के बाद हर माता-पिता की चाहत होती है कि उसकी एक सुंदर और बुद्धिमान संतान हो। आमतौर पर लोगों में ये चाहत होती है कि उनका वंश आगे बढ़ाने के लिए उनकी कोई न कोई तेज-तर्रार संतान हो। जो भविष्य में न सिर्फ उनका नाम रोशन करे बल्कि उनके बुढ़ापे का सहारा भी बने। संयुक्त परिवारों का चलन खत्म होने के चलते आजकल गर्भावस्था में महिलाओं को उनकी स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी देने के लिए कई बार बड़े-बुजुर्ग मौजूद नहीं होते हैं।

हालांकि डॉक्टर का परामर्श लेकर महिलाएं गर्भावस्था के दौरान अपना ध्यान रखने की भरसक कोशिश करतीं हैं। ऐसे में कई बार महिलाएं जाने-अंजाने इस अवस्था के दौरान खानपान में लापरवाही बरतती हैं। जिसका सीधा असर बच्चे के स्वास्थ्य और ग्रोथ पर पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी चाहतीं हैं कि आपका बच्चा स्वस्थ्य, सुंदर और बुद्धिमान हो तो इसके लिए आपको गर्भावस्था के दौरान अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना होगा। आज हम आपको गर्भावस्था के दौरान खानपान की कुछ ऐसी चीजें बताने जा रहे हैं जिन्हें इस दौरान लेने से आपके होने वाले बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर होने की उम्मीद की जा सकती है।

जानिए गर्भावस्था के दौरान किन चीजों का करें सेवन
सीमित मात्रा में घी का सेवन करने से गर्भवती के साथ-साथ होने वाले शिशु को भी लाभ पहुंचा सकता है। यह भ्रूण को पोषण देने का काम कर सकता है। यह बुद्धि और स्मृति को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। फिलहाल इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

बच्चे को स्मार्ट और बुद्धिमान बनाने में कैल्शियम की बड़ी भूमिका हो सकती है। कैल्शियम तंत्रिका तंत्र के माध्यम से मस्तिष्क को संदेश भेजने में मदद कर सकता है। साथ ही शरीर कैल्शियम का उपयोग एंजाइम को नियंत्रित रखने में भी करता है, जो मानव शरीर में लगभग हर कार्य को प्रभावित करते हैं। इस आधार पर माना जा सकता है कि कैल्शियम का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु को उपरोक्त लाभ मिल सकते हैं और उसका बौद्धिक विकास अच्छी तरह हो सकता है। फिलहाल इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

आयरन किसी भी गर्भवती महिला की पहली जरूरत होती है। ज्यादातर गर्भवती महिलाएं यह जानती हैं कि आयरन से खून की कमी नहीं आती, लेकिन इसके साथ-साथ आयरन युक्त भोजन गर्भस्थ शिशु के लिए भी बहुत जरूरी होता है। भ्रूण के विकास के दौरान आयरन की कमी मस्तिष्क विकास, सीखने और भावनात्मक विकास में कमी ला सकती है। इसलिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें, ये बच्चे का दिमाग मजबूत बना सकते हैं। गर्भवती महिलाएं आयरन युक्त भोजन के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर डॉक्टरी परामर्श पर आयरन की गोलियों का सेवन भी कर सकती हैं।

आंवला विभिन्न मानसिक विकारों और न्यूरोडीजेनेरेटिव (तंत्रिका तंत्र से जुड़ी) समस्याओं के उपचार में उपयोगी माना जा सकता है। साथ ही विटामिन-सी और आयरन से भरपूर आंवले का सेवन गर्भवती और होने वाले बच्चे के लिए भी अच्छा हो सकता है। हालांकि आवंले का मुरब्बा किस प्रकार होने वाले बच्चे के बौद्धिक विकास में मदद कर सकता है, इससे जुड़ा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। इसका सेवन करने से पहले गर्भवती डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड का सेवन करना जरूरी होता है, क्योंकि इसकी कमी, शिशु को न्यूरल ट्यूब से जुड़े जन्म दोष (शिशु के मस्तिष्क और रीढ़ से जुड़े दोष) का कारण बन सकती है। संतरे में पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड होता है। इसलिए गर्भवतियां फोलिक एसिड की पूर्ति के लिए संतरे का सेवन करके बच्चे के स्वस्थ मस्तिष्क की नींव रख सकती हैं।

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दूध में कुछ फैटी एसिड पाए जाते हैं, जिनमें गैंग्लियोसाइड्स नामक यौगिक होता है। यह तंत्रिका ऊतक के निर्माण और नवजात के मस्तिष्क विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है (22)। इसके अलावा, दूध में कैल्शियम पाया जाता है, जो स्वस्थ शिशु और स्वस्थ मां की पहली जरूरत है। प्रेगनेंसी में कैल्शियम की जरूरत सामान्य से ज्यादा हो सकती है। वैज्ञानिक अध्ययन कहते हैं कि गर्भावस्था में महिला को रोजाना 1000 से 1300 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत हो सकती है। इसलिए गर्भावस्था में दूध जरूर पिएं, क्योंकि यह कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत हो सकता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1 कप बिना वसा वाले दूध में 299 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। वहीं, वसा वाले दूध में 276 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। गौर करने की बात यह है कि दूध में फैट होने से कैल्शियम की मात्रा घट जाती है। इसलिए, कैल्शियम की पूर्ति के लिए मलाई उतरा दूध पीना अच्छा हो सकता है।

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