बरेली: विश्वविद्यालयों में खोले जाएंगे मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र
अमृत विचार, बरेली। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर और लखनऊ विश्वविद्यालय की तरह प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र संचालित किए जाएंगे। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अनुरोध पर राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी केयूर सी संपत ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। राजर्षि टंडन …
अमृत विचार, बरेली। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर और लखनऊ विश्वविद्यालय की तरह प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र संचालित किए जाएंगे। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अनुरोध पर राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी केयूर सी संपत ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
राजर्षि टंडन के कुलपति द्वारा राज्यपाल को लिखे गए पत्र के मुताबिक सभी विश्वविद्यालयों में इग्नू का केंद्र तो खुला है लेकिन प्रदेश के राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के केंद्र नहीं खुले हैं। दूसरी ओर इसी विश्वविद्यालय के अनुरोध पर सभी विश्वविद्यालयों को निजी शिक्षार्थी की व्यवस्था को बंद करने को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में निर्देश पहुंचने के बाद से हलचल पैदा हो गई है क्योंकि यह नियम लागू होने से विश्वविद्यालय को काफी राजस्व का नुकसान होगा।
इसके अलावा कई महाविद्यालयों में इसी शुल्क से संविदा पर कर्मचारी रखे जाते हैं। वे भी टेंशन में आ गए हैं। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति की ओर से राज्यपाल को लिखे पत्र में भी जिक्र किया गया है कि प्रदेश के अधिकांश विश्वविद्यालयों ने राजस्व बढ़ाने के लिए ही निजी शिक्षार्थी की व्यवस्था को लागू किया है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।