Bareilly: दो करोड़ खर्च, कूड़े का पहाड़ जस का तस!

बरेली, अमृत विचार: नगर निगम बाकरगंज में कूड़े के पहाड़ को समाप्त करने के लिए करीब दो करोड़ रुपये खर्च कर चुका है लेकिन हालात ज्यों के त्यों हैं। अब फिर से कार्ययोजना बनाई जाएगी। अभी कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी एक एजेंसी के पास है। अब दो और एजेंसियों को लगाया जाएगा। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देश के बाद पर्यावरण विभाग मंथन कर रहा है।
बाकरगंज में करीब 55 साल से कूड़े की समस्या से लोग जूझ़ रहे हैं। कई बार योजनाएं बनीं लेकिन कूड़े का पहाड़ समाप्त नहीं हुआ। इस समय करीब 18 लाख मीट्रिक टन कूड़ा होने का अनुमान है। पुराने कूड़े के निस्तारण के लिए लगाए गए लीगेसी वेस्ट प्लांट (कचरा निस्तारण संयंत्र) के जरिए 31 मार्च 2024 तक का समय निर्धारित किया था लेकिन हालात नहीं बदले।
दो करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो गए। नगर निगम ने मई 2025 तक का समय निर्धारित किया है। यहां रोजाना करीब 1700 मीट्रिक टन कूड़ा निस्तारण की क्षमता का प्लांट लगाया गया है। हकीकत यह है कि हर रोज 1000 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण हो पा रहा है।
गति धीमी होने के कारण जिलाधिकारी ने एक सप्ताह पहले कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है। यहां पर प्लांट की संख्या एक की जगह तीन की जाए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने पर्यावरण विभाग से कार्ययोजना तैयार करने के लिए कहा है।
बाकरगंज के लोग कई दशक से समस्या से जूझ रह हैं। संक्रामक रोग भी फैल रहे हैं। स्मार्ट सिटी के तहत शहर के विकास पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। अधिकारियों को इसका निदान करना चाहिए- मोहम्मद जफर
घनी आबादी में कूड़े के पहाड़ से आसपास रहने वाले लोगों की समस्या जटिल हो गई है। कूड़े का पहाड़ खत्म करने का आश्वासन कई वर्षों से मिल रहा है, मगर अभी तक समस्या का निदान नहीं हो पाया है- रेहान खान
कूड़े के पहाड़ को समाप्त करने के लिए एक एजेंसी लगाई थी। अब दो अन्य एजेंसियों को भी लगाया जाएगा। इसको लेकर पर्यावरण विभाग कार्ययोजना बनाएगा- डा. भानु प्रकाश, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
ये भी पढ़ें- Bareilly: नवाबगंज में रिश्तों का कत्ल...पत्नी से झगड़ा कर रहे बेटे ने बाप को उतारा मौत के घाट