नदी के बीचोंबीच मां गर्जिया का 'चमत्कारी मंदिर', होती है हर मुराद पूरी

नदी के बीचोंबीच मां गर्जिया का 'चमत्कारी मंदिर', होती है हर मुराद पूरी

हल्द्वानी, अमृत विचार। रामनगर तहसील मुख्यालय से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर सुंदरखाल गांव में मां गर्जिया का मंदिर हरे-भरे जंगलों में बहती कोसी नदी के बीच में एक छोटे से टीले पर स्थित है। इसे चमत्कारी सिद्धपीठ भी कहा जाता है। लोगों का माता के प्रति अटूट विश्वास है। माता पार्वती के इस मंदिर को स्थानीय लोग गर्जिया माता के मंदिर के रूप में जानते हैं। भक्तों को माता के दरबार में पहुंचने के लिए 90 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। हर रोज यहां पांच हजार से ज्यादा श्रद्धालु गर्जिया माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। माता के मंदिर में भक्त चुनरी बांधकर मनोकामना मांगते हैं।

मन्नत पूरी होते ही भक्त चुनरी खोलकर अपने घर ले जाया करते हैं। माना जाता है कि जो भी भक्त इस मंदिर में सच्चे मन से मुराद मांगता है, माता गर्जिया उसकी मुराद जरूर पूरी करती हैं।  चैत्र नवरात्र के पहले दिन से ही यहां भक्तों की लंबी कतारें लगना शुरू हो गया था। पंडित दिनेश चंद्र शास्त्री ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन रविवार को 15 हजार, सोमवार को 9 हजार और बुधवार को 5 हजार साथ ही नवरात्र के नौ दिनों में यहां 50 हजार से ज्यादा भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचते है। सुबह तीन बजे से माता का द्वार भक्तों के लिए खोल दिया जाता है जो शाम 9 बजे तक खुला रहता है, भक्त माता के लिए फूलों का हार, लौंग की माला, मखाने की माला, काला चना और हलवे का भोग के साथ श्रद्धालु लाल चुनरी, नारियल, और सिंदूर मात को अर्पित करते हैं।   


मिट्टी के विशाल टीले की कहानी

प्राचीन कथाओं के अनुसार हजारों साल पहले एक मिट्टी का विशाल टीला कोसी नदी के प्रवाह के साथ बहकर यहां आ गया था, तब बटुक भैरव देवता ने इसे रोकते हुए कहा, 'देवी ठहरो और यहां मेरे साथ निवास करो', तभी से ये टीला गर्जिया माता का पवित्र स्थल बन गया। कहा जाता है कि जब नागा बाबा ने यहां मूर्ति की स्थापना की, तो उसी समय एक शेर ने जोरदार गर्जना की थी। इसे दैवीय संकेत मानते हुए मंदिर का नाम 'गर्जिया देवी' रख दिया गया।  मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से गर्जिया देवी से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भक्तों का विश्वास है कि देवी शक्ति का ये पवित्र स्थल संपन्नता, सुख, और समृद्धि प्रदान करता है।