शाहजहांपुर: मृतक की दो बेटियों की शादी कराएगा किसान कल्याण महासंघ, सांड के हमले में हुई थी पिता की मौत

अल्हागंज, अमृत विचार: क्षेत्र के गांव इमलिया निवासी किसान सुरेंद्र वर्मा की सांड के हमले से हुई मौत से उनका परिवार सदमे में है। शोक में डूबे परिवार की सबसे बड़ी चिंता दो पुत्रियों की शादी को लेकर है। इस संकट की घड़ी में किसान कल्याण महासंघ आगे आया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश दीक्षित ने दोनों पुत्रियों की शादी कराने की घोषणा की है।
रविवार को जलालाबाद तहसीलदार हैदर पैगाम अपने सहयोगियों के साथ मृतक के घर पहुंचे और शव का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों से अनुरोध किया। इसके जवाब में परिजनों ने कहा कि जिम्मेदार कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए और साथ ही परिवार के भरण-पोषण एवं पुत्रियों की शादी के लिए मुआवजा दिया जाए।
तहसीलदार ने लिखित आश्वासन देते हुए उनकी मांग को मान लिया, जिसके तहत शासन से मिलने वाले मुआवजे को दो चरणों में देने का आश्वासन दिया गया। इस आश्वासन के मिलने के बाद परिजन सुरेंद्र के शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए।
शुक्रवार की रात गांव चिलौवा में अपने खेत की रखवाली के दौरान सांडों ने किसान पर हमला कर दिया था, जिसमें उनकी जान चली गई थी। मृतक की पत्नी ममता का आरोप है कि उनके पति की मौत के लिए तहसील प्रशासन के कर्मचारी जिम्मेदार हैं, जिसके चलते उनका पूरा परिवार अनाथ हो गया। कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई और मुआवजा मिलने तक उन्होंने अपने पति का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। इस संबंध में उन्होंने थाना प्रभारी ओम प्रकाश को शनिवार शाम को शिकायती पत्र दिया था, लेकिन थाना प्रभारी ने इस घटनाक्रम पर कार्रवाई करने को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया और प्रशासन को सूचना दे दी।
इसके बाद तहसील प्रशासन, किसान कल्याण महासंघ और सपा के प्रांतीय सदस्य रामवीर सिंह सोमवंशी ने मिलकर समस्या का समाधान निकाला और शव के अंतिम संस्कार में सहयोग किया।
सपा नेता ने ईओ और बीडीओ पर उठाए सवाल
सपा नेता रामवीर सिंह सोमवंशी ने कहा कि नगर पंचायत ईओ भ्रष्टाचार में डूबे हैं। नंदीशाला बनी हुई है, जिसकी देखभाल नगर पंचायत करती है। यहां 500 पशुओं को रखने की क्षमता है, लेकिन मौके पर केवल 125 पशु हैं, जबकि कागजों में 180 सांड दिखाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि तहसीलदार के साथ निरीक्षण के दौरान वहां हरा चारा नहीं था। हरे चारे की व्यवस्था ईओ और बीडीओ द्वारा की जाती है।
सोमवंशी ने कहा कि खंड विकास अधिकारी जब से जलालाबाद में आए हैं, उन्होंने कोई निरीक्षण नहीं किया। सचिव से गांव में होने वाले कार्यों पर 50 प्रतिशत कमीशन लेते हैं। 1000 से ज्यादा गोवंशीय पशु छुट्टा घूम रहे हैं, जबकि गोशालाएं खाली पड़ी हैं। पशुओं के रखरखाव के लिए मिलने वाले पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है। हालांकि, ईओ और बीडीओ ने सोमवंशी के सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया है।
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