अयोध्या: कभी भी नदी में समा सकता है पूराबाजार का मदराही गांव

पूराबाजार/अयोध्या, अमृत विचार। पूराबाजार ब्लॉक के मांझा क्षेत्र के मदराही गांव में कटान का संकट बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटे में कटान की रफ्तार को देखते हुए मदराही मजरे के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। गंभीर बात यह है कि सदर तहसील प्रशासन की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार का राहत और बचाव कार्य नहीं शुरू किया गया है। कटान की भयावह स्थिति को देखते हुए लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। बड़ी लापरवाही यह है कि सदर तहसील प्रशासन की ओर से कोई भी जिम्मेदार अभी तक प्रभावित इलाके में नहीं पहुंचा है। जिसे लेकर कटान से घिरे मदराही गांव के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है।
मांझा क्षेत्र के रामपुर पुआरी माझा के मदराही में सरयू नदी की कटान तेजी से जारी है। मदराही गांव से नदी की धारा मात्र 20 मीटर की दूरी पर है। हालत यह है कि कभी भी गांव का अधिकांश भाग नदी में समा सकता है। खेती की जमीनें कटान से प्रभावित हैं। कटान से नई दुनिया से मदराही गांव को जाने वाला संपर्क मार्ग अब तक आधा कट चुका है। कटान से प्रभावित क्षेत्र में सिंचाई विभाग की टीम ने हालात का जायजा लिया है।
80 घर वाले रामपुर पुजारी माझा मजरे मदराही के हरि निषाद, राकेश निषाद, अनिल निषाद, गौरी शंकर निषाद, राम निषाद, पप्पू निषाद, जगदीश निषाद, सुरजीत निषाद, दिवान चंद्र निषाद, रामनरायन निषाद, सोहन, मोहन, संतराम, सूरज, बैद्यनाथ, सुखराम, विजय, पारस, राधेश्याम, अवधेश, महेश, बिंदु प्रसाद, जैशराज, विद्याप्रसाद, सुरेंद्र, रामफूल, बृजराज, रतीराम निषाद का घर कभी भी नदी में समा सकता है। इन लोगों ने बताया कि नदी में कटान तेजी से चल रहा है। गांव से मात्र 20 मीटर की दूरी पर नदी की धारा पहुंच गई है, अभी तक गांव में प्रशासन के लोगों ने झांकना उचित नहीं समझा।
गांव के प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि जिस तेज गति से कटान चल रहा है, उसे मदराही गांव ही समाप्त हो जाएगा। सिंचाई विभाग से लेकर तहसील प्रशासन तक को सूचना दी गई है लेकिन अभी तक कोई गांव नहीं पहुंचा। लेखपाल देश दीपक ने फोन पर वार्ता की। हरिश्चंद्र निषाद ने बताया कि नई दुनिया मदराही संपर्क मार्ग आधा से ज्यादा कट गया है, जो बचा है वह भी आज रात में कट जाएगा। इस बाबत रामपुर पुआरी माझा के लेखपाल देश दीपक ने बताया कि आज गांव में जाएंगे, कटान से प्रभावित लोगों की सूची बनाकर प्रशासन को भेजी जाएगी। रविवार को सिंचाई विभाग की टीम ने मदराही के कटान प्रभावित इलाके में दौरा किया है।
पिछले वर्ष कटान के चलते नदी में समा गए थे 11 मकान
रामपुर पुआरी माझा के मदराही के मुमताज अली, खातून निशा, अप्सरा, रामसुंदर, राहुल, कोमल, अशोक, सुनील, चंद्रावती, रामफूल, रामनाथ समेत मकान कटान के चलते नदी में समा गए थे। अब 11 परिवार नई दुनिया मदराही संपर्क मार्ग पर अपना परिवार लेकर जीवन काट रहे हैं। बाढ़ के दौरान गांव में आए अधिकारियों ने इनका एक बिस्वा जमीन देने की बात कही थी। परंतु आज तक कुछ नहीं हुआ। प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि जमीन के लिए तहसीलदार से लेकर एसडीएम तक कई बार कहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।
मांझा रामपुर पुजारी में कटान को लेकर नजर रखी जा रही है। प्रभावित लोगों को मदद के लिए लेखपाल को निर्देशित किया गया है। हर संभव सहायता का प्रयास किया जा रहा है- विनोद, तहसीलदार सदर तहसील
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