चार दिन बाद एक बार फिर उठा धुआं: कानपुर के नौबस्ता गल्ला मंडी में आग लगने से 13 गोदाम जलकर हुए थे राख

कानपुर, अमृत विचार। हनुमंत विहार थानाक्षेत्र की नौबस्ता गल्लामंडी में गुरुवार देर रात भीषण आग लगने के बाद सोमवार सुबह एक बार धुआं निकलने लगा। धुआं निकलने से लोगों में हड़कंप मच गया। वहां मौजूद लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई।
टट्टर के कई गोदाम और सूखा सामान भरा होने से आग बेकाबू हो गई। आग की चपेट में आकर 13 गोदामों में रखा बारदाना, मूंगफली, गेहूं समेत अन्य अनाज जलकर राख हो गया था। आग से लाखों रुपये का नुकसान हुआ था।
ये था पूरा मामला
नौबस्ता गल्ला मंडी में चबूतरा नंबर दो पर बनी दुकानों के गोदाम में गुरुवार रात करीब 11.10 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। आग सबसे पहले बारदाने (जूट के बोरे) के गोदाम में लगी थी। देखते ही देखते लपटें फैलने लगीं और टट्टर और टीन शेड के बने आसपास के अन्य गोदामों में फैल गई। कुछ ही देर में लपटों ने गेहूं और मूंगफली के गोदामों को भी चपेट में ले लिया। आग की सूचना मिलते ही थोक व फुटकर व्यापारी मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड भी आ गई। गल्ला मंडी में बनी पानी की टंकी सूखी थी, जिसकी वजह से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को पानी लाने के लिए साउथ एक्स माल और अन्य जगहों जाना पड़ा। फायर ब्रिगेड देर रात तक आग को बुझाने के लिए जूझती रही। देर रात कई व्यापार मंडलों के पदाधिकारी और कारोबारी पहुंच गए। आरोप था कि गल्लामंडी के अन्दर आग बुझाने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल सका इस कारण आग और बढ़ती चली गई। व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्रा ने अग्निकांड में जांच की मांग की है।
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