आत्मदाह करने परिवार समेत पहुंचे आठ लोग विधान भवन, निरोधी दस्ते ने बचाई जान

लखनऊ, अमृत विचार: आत्मदाह के इरादे से शुक्रवार को सीतापुर का परिवार, प्रयागराज का युवक और कृष्णानगर की वृद्धा समेत आठ लोग विधानभवन के सामने पहुंचे। आत्मदाह निरोधी दस्ते की सतर्कता आठों लोगों की जान बच गई। पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर सभी को अपने घर भेजा।
कृष्णानगर के कनौसी निवासी निशा देवी भी बेटे और नाती के साथ विधानभवन पहुंच गई। उनको भी पकड़कर चौकी लाया गया तो उन्होंने बताया कि परिवारिक समस्या की शितायत थाने पर की थी। लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसमें भी एसीपी हजरतगंज ने संबंधित थाना प्रभारी से बात कर कार्रवाई के लिए कहा गया। इसके बाद निशा को घर भेजा गया। उधर, पुलिस के मुताबिक प्रयागराज निवासी सोनू भी पहुंचा था। उसको पुलिस ने पकड़ा तो उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा और कुछ नहीं बताया। पुलिस ने उसे संबंधित जिले की पुलिस को बुला कर सुपुर्द कर दिया।
शरीर पर डाल लिया था ज्वलनशील पदार्थ
पुलिस के मुताबिक सीतापुर के रामहेत पत्नी गुडिया, बेटे अनुराग, आकाश, योगेश और बेटी अनुराधा के साथ विधान भवन के पास पहुंचे। सभी ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क लिया। आग लगाने जा रहे थे कि वहां तैनात आत्मदाह निरोधी दस्ते ने देख लिया और सभी ने घेर कर पकड़ लिया। इसके बाद सभी को दारुल शफा चौकी लेकर पहुंचे। वहां पूछताछ में रामहेत ने बताया कि सीतापुर के मछरेहटा के कुमायु गांव के रहने वाले हैं। वहां उनके मकान पर प्रधान संतोष कब्जा कर रहा है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यही नहीं आरोपितों की तरफ से धमकाया जा रहा है। इस मामले में इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने बताया कि संबंधित जिले की पुलिस से बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिलाया गया। साथ ही वहां की पुलिस को बुलाकर परिवार को सुपुर्द किया गया।
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