Azamgarh News: आजमगढ़ में 11 मदरसा संचालकों के खिलाफ केस दर्ज, जानें वजह

आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में आपराधिक षड्यंत्र कर धोखाधड़ी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अस्तित्वहीन मदरसा संचालित करने के आरोप में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के निरीक्षक कुंवर ब्रह्म प्रकाश सिंह की तहरीर पर मदरसा प्रबंधक रुमाना बानो सहित विभिन्न थानों में अन्य मदरसों के 11 प्रबंधकों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किये गये हैं।
ईओडब्ल्यू के निरीक्षक कुंवर ब्रह्म प्रकाश सिंह के अनुसार जांच में संचालित 333 मदरसों में से 219 मदरसों का अस्तित्व ही नहीं है। इन अस्तित्वहीन मदरसों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई आज से शुरू हो गई है। सिंह ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर एक सप्ताह पूर्व आर्थिक अपराध शाखा की टीम अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंची थी। विशेष जांच दल की टीम ने इन मदरसों की जांच पूरी की। फर्जी पाए जाने पर इन मदरसों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर तैयार की गई थी।
तहरीर के मुताबिक, विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अभिलेखों के आधार पर मदरसा अजीजिया खड़गपुर कंधरापुर सहित 219 मदरसों को अस्तित्वहीन मदरसों की श्रेणी में पाया। इन मदरसों को अस्थायी मान्यता दी गई थी। यह मान्यता तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रभात कुमार और लिपिक वक्फ ओम प्रकाश पांडेय ने दी थी।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि शासन के निर्देश पर विशेष जांच दल की टीम ने आजमगढ़ में कुल 233 मद्रास की जांच की, जिसमें 219 मदर से अस्तित्व विहीन पाए गए ,इसमें से कुल 11 मदरसों के खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में मुकदमें दर्ज कर जांच शुरू हो गई है।
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