नेपाल में भगवान बुद्ध की जन्मस्थली पर्यटकों के लिए फिर खुली

काठमांडू। नेपाल सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले आठ माह से बंद पड़ी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी को पर्यटकों के लिए फिर खोल दिया है। लुंबिनी विकास ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। नेपाली कैबिनेट ने केबल कार, साहसिक पर्यटन, जंगल सफारी और संग्रहालय जैसी पर्यटन संबंधी …

काठमांडू। नेपाल सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले आठ माह से बंद पड़ी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी को पर्यटकों के लिए फिर खोल दिया है। लुंबिनी विकास ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। नेपाली कैबिनेट ने केबल कार, साहसिक पर्यटन, जंगल सफारी और संग्रहालय जैसी पर्यटन संबंधी सेवाओं को फिर से खोलने का फैसला करने के लगभग दो सप्ताह बाद लुंबिनी क्षेत्र को संरक्षित और विकसित करने के लिए बनाई गई सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय को फिर से खोलने का फैसला किया जोकि हिमालयी देश का महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थल है।

लुंबिनी का इलाका गत 24 मार्च से ही बंद था जिसे कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नेपाल सरकार की ओर से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण बंद किया गया था। लॉकडाउन गत 22 जुलाई को वापस ले लिया गया लेकिन इसके बावजूद प्रमुख धार्मिक स्थल बंद ही थे।

ट्रस्ट के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ज्ञानिन राय ने कहा कि हमने लुंबिनी इलाके को घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए खोल दिया है। केवल भगवान बुद्ध की मां मायादेवी का मंदिर अभी भी बंद है। उन्होंने कहा कि लोग स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विभिन्न पुरातात्विक स्मारकों, मठों और पुष्करणी तालाब का अवलोकन कर सकेंगे।