Moradabad News : प्रेम शंकर शर्मा ने मुरादाबाद में रखी थी प्रखर राष्ट्रवादी राजनीति की नींव
चौथी पुण्यतिथि पर आज लोकतंत्र सेनानी पार्क में उनकी प्रतिमा का होगा अनावरण, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र होंगे मुख्य अतिथि, लोकतंत्र सेनानियों का करेंगे
मुरादाबाद,अमृत विचार। लोकतंत्र सेनानी स्वर्गीय प्रेम शंकर शर्मा ने मुरादाबाद में प्रखर राष्ट्रवादी और तल्ख तेवर वाली राजनीति की नींव रखी थी। अंबिका प्रसाद इंटर कॉलेज में अंग्रेजी प्राध्यापक के रूप में सेवाएं देते हुए प्रेम शंकर शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रभाव में आ गए और 1975 में आपातकाल का विरोध करते हुए जेल गए। जेल से वापस आने के बाद जिले में राष्ट्रवादी विचारधारा की अलख जगाने वाले प्रेम शंकर शर्मा की चौथी पुण्यतिथि पर गुरुवार को अवंतिका कॉलोनी के पार्क में उनकी प्रतिमा का अनावरण होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र होंगे। इस दौरान लोकतंत्र सेनानियों का भी सम्मान होगा।
मूलत: बदायूं जनपद के रहने वाले लोकतंत्र सेनानी स्व. प्रेम शंकर शर्मा का जन्म 15 फरवरी सन 1942 को हुआ था। उनका व्यक्तित्व बड़ा क्रांतिकारी था। बदायूं से ही शुरुआती शिक्षा के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा चंदौसी के एसएम कॉलेज से प्राप्त की। तीन विषयों हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में उन्होंने एम.ए. किया। उनका विवाह 1960 में रामबेटी देवी के साथ हुआ। प्रेम शंकर शर्मा ने प्रवक्ता पद पर सेवा की शुरुआत नजीबाबाद के जैन इंटर कॉलेज से की। इसके बाद वह मुरादाबाद आ गए और अंबिका प्रसाद इंटर कॉलेज में अंग्रेजी प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवाएं देना आरंभ की। इसके बाद वह यहीं के होकर रह गए।
लोकतंत्र सेनानी प्रेम शंकर शर्मा आरएसएस से प्रभावित होकर पूर्णकालिक स्वयंसेवक के रूप में जुड़ गए और विभिन्न पदों पर रहे। तत्कालीन केंद्र सरकार ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल घोषित किया तब उन्होंने सरकार की नीतियों का कड़ा विरोध करते हुए सत्याग्रह किया। उनके साथ ही अनेक क्रांतिकारियों ने अपने घर-परिवारों की परवाह किए बिना सरकार के विरोध में सत्याग्रह में शामिल हो गए। शासन ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया। प्रेम शंकर शर्मा पर मीसा लगा दी गई। उन्होंने अलग-अलग जेलों में 19 महीने का कड़ा कारावास व्यतीत करते हुए शासन द्वारा दी गई यातनाओं को सहा। लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का यह सत्याग्रह रंग लाया और सरकार को झुकना पड़ा। आपातकाल के ऐसे सत्याग्रहियों को बाद में लोकतंत्र सेनानियों का दर्जा प्राप्त हुआ। प्रेम शंकर शर्मा का निधन 9 जनवरी 2021 को हुआ।
पं. प्रेम शंकर शर्मा से राजनीति का ककहरा सीखने वाले आज विधायक और भाजपा के संगठन में बड़े पदों पर आसीन हैं। इनमें पूर्व विधायक स्वर्गीय संदीप अग्रवाल और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महानगर अध्यक्ष अतुल दुबे भी शामिल हैं। लोकतंत्र सेनानी पं. प्रेम शंकर शर्मा के संघर्ष और सेवा की स्मृतियों को अमर करने के लिए नगर निगम द्वारा मुरादाबाद की कांठ रोड स्थित अवंतिका कॉलोनी में उनके नाम से पार्क का नामकरण किया है। इसी पार्क में स्थापित उनकी प्रतिमा का अनावरण चतुर्थ पुण्यतिथि पर गुरुवार को राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्रा द्वारा किया जाएगा। लोकतंत्र सेनानी पं. प्रेम शंकर शर्मा स्मृति न्यास की ओर से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग सेवा प्रमुख कमल कांत राय करेंगे।