ये है सच्चाई...8 स्कूल में टीचर नहीं, 50 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे...

ये है सच्चाई...8 स्कूल में टीचर नहीं, 50 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे...

हल्द्वानी, अमृत विचारः प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारकर गुणवत्तापूर्ण व उच्च स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने का दावा करती है। लेकिन जिले के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की दयनीय स्थिति देखकर नहीं लगता कि शिक्षा व्यवस्था में कोई बड़ा सुधार हुआ है। शिक्षा मंत्री शिक्षकों के रिक्त पद भरने और प्राथमिक स्कूलों की व्यवस्था दुरूस्त करने की बात करते हैं। जिले के कई स्कूलों में लंबे समय से शिक्षकों के पद खाली हैं। जिले में सबसे अधिक दयनीय स्थिति ओखलकांडा ब्लॉक के स्कूलों की है। यहां 2 राजकीय प्राथमिक विद्यालय और 6 उच्च प्राथमिक विद्यालय शिक्षक विहीन हो चुके हैं। 

 

ब्लॉक में 142 राजकीय प्राथमिक विद्यालय है, जिसमें 30 शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व ब्लॉक के कुछ स्कूलों में नियुक्तियां की गई हैं लेकिन अभी भी 50 से अधिक स्कूल एकल शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। स्कूलों की दूरी अधिक होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था भी यहां काम नहीं आ रही है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर विभिन्न शिक्षक संगठन कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर मंत्री तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी भी कई स्कूलों में रिक्त पदों को भरा नहीं गया है।  

निकाय चुनाव की आचार संहिता के चलते लटकी 98 शिक्षकों की नियुक्ति-

काउंसलिंग प्रक्रिया में बदलाव होने से भी शिक्षकों की नियुक्तियों में देरी हो रही है। पूर्व में अभ्यर्थी काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान केवल एक जिले में नियुक्ति के लिए भाग ले सकता था लेकिन इस बार बदलाव होने से काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थी प्रदेश के सभी जिलों में नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकता है। इस बार की काउंसलिंग में कई शिक्षकों ने 6 से 7 जिलों में नियुक्ति के लिए आवेदन किया। जिसमें ओखलकांडा ब्लॉक दुर्गम में होने के कारण शिक्षकों ने अन्य जिलों में नियुक्ति ले ली।ओखलकांडा के ब्लॉक अध्यक्ष जीएस बिष्ट ने बताया कि बीते दिनों एक काउंसलिंग हुई थी जिसमें 18 शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी लेकिन इससे पहले ही निकाय चुनाव की आचार संहिता लग गई। इस कारण जिले में 98 शिक्षकों की नियुक्ति लटकी हुई है। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एचबी चंद ने निर्वाचन आयोग से नैनीताल जनपद में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अनुमति मांगी है। एचबी चंद ने आश्वासन दिया है कि सभी शिक्षकों को ओखलकांडा ब्लॉक में नियुक्ति दी जाएगी। 

 ये स्कूल हो गए शिक्षक विहीन

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हरिनगर

राजकीय प्राथमिक विद्यालय कैड़ागांव

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पुटपुड़ी- राजकीय प्राथमिक विद्यालय बुसरार से व्यवस्था की जा रही है। 

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा

राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुकना

 

 

सेवानिवृत्ति के बाद इन स्कूलों के शिक्षकों का किया सेवा विस्तार-

राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय क्वैराला, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय मेवाड़ी गाजा और राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा भी शिक्षक विहीन चल रहे हैं। स्कूलों के शिक्षक 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। विभाग की ओर से इन शिक्षकों को 31 मार्च तक सेवा विस्तार दिया गया है।

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