लखनऊः हिन्दी अकादमी ने घोषित किए पुरस्कार, 5 लाख का शलाका सम्मान

लखनऊः हिन्दी अकादमी ने घोषित किए पुरस्कार, 5 लाख का शलाका सम्मान

लखनऊ, अमृत विचार। हिन्दी अकादमी दिल्ली ने पिछले तीन सालों के पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। हिन्दी भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में दीर्घकालीन सेवाओं के लिए यह पुरस्कार दिये जाते हैं। हिन्दी अकादमी के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बताया कि अकादमी ने वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है।

हिन्दी अकादमी दिल्ली की स्थापना वर्ष 1981 में इस उद्देश्य के साथ की गई थी। हिन्दी अकादमी ने डॉ. रामविलास शर्मा, त्रिलोचन शास्त्री, डॉ. नरेंद्र कोहली, प्रो. नामवर सिंह और विष्णु प्रभाकर सरीखे रचनाकारों को सम्मानित किया है।

हिन्दी अकादमी ने वर्ष 2022-23 के लिए प्रो. निर्मला जैन, 2023-24 के लिए अशोक वाजपेयी और 2024-25 के लिए चित्रा मुद्गल को हिन्दी अकादमी शलाका सम्मान देने की घोषणा की है। शलाका सम्मान के तहत तीनों साहित्यकारों को पांच-पांच लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी।

विशिष्ट सृजनात्मक योगदान के लिए वर्ष 2022-23 के लिए डॉ. बाल स्वरूप राही, 2023-24 के लिए प्रो. कुमुद शर्मा और 2024-25 के लिए डॉ. श्याम सिंह शशि को हिन्दी अकादमी दिल्ली शिखर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान के तहत तीनों विभूतियों को दो-दो लाख रुपये दिये जाएंगे।

अकादमी का संतोष कोली सम्मान केवल महिलाओं को दिया जाता है। वर्ष 2022-23 के लिए यह सम्मान ममता कालिया को, वर्ष 2023-24 के लिए मैत्रेयी पुष्पा को और 2024-25 के लिए प्रो. अनामिका को चुना गया है। तीनों विभूतियों को पुरस्कार स्वरूप दो-दो लाख रुपये दिये जाएंगे।

विशिष्ट योगदान सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए भगवान दास मोरवाल, वर्ष 2023-24 के लिए विजय किशोर मानव और वर्ष 2024-25 के लिए बलराम को चुना गया है। तीनों विभूतियों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

काव्य सम्मान के लिए वर्ष 2022-23 के लिए संतोष आनंद, वर्ष 2023-24 के लिए मंगल नसीम और वर्ष 2024-25 के लिए प्रो. सीता सागर को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। हिन्दी अकादमी गद्य विधा सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए प्रो. पूरन चंद टंडन, वर्ष 2023-24 के लिए डॉ. हरि सुमन बिष्ट और वर्ष 2024-25 के लिए प्रयाग शुक्ल को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

ज्ञान प्रौद्योगिकी सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए प्रो. अशोक चक्रधर, वर्ष 2023-24 के लिए महेश गर्ग बेधड़क, और वर्ष 2024-25 के लिए बालेन्दु शर्मा दाधीच को एक-एक लाख रुपये के पुरस्कार के लिए चुना गया है। बाल साहित्य सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए इंद्र सेंगर, वर्ष 2023-24 के लिए पंकज चतुर्वेदी और वर्ष 2024-25 के लिए सुमन वाजपेयी को एक-एक लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

नाटक सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए प्रताप सहगल, वर्ष 2023-24 के लिए जयवर्धन सिंह और वर्ष 2024-25 के लिए रिंकल शर्मा को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। हास्य व्यंग्य सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए डॉ. हरीश नवल, वर्ष 2023-24 के लिए सुभाष चन्दर और वर्ष 2024-25 के लिए डॉ. गोविन्द व्यास को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा।

दूसरी भाषाओं से हिन्दी में अनुवाद के लिए वर्ष 2022-23 के लिए डॉ. जानकी प्रसाद शर्मा, वर्ष 2023-24 के लिए जयश्री पुरवार और वर्ष 2024-25 के लिए सुभाष नीरव को एक-एक लाख रुपये के पुरस्कार के लिए चुना गया है। प्रिंट मीडिया के लिए वर्ष 2022-23 के लिए राहुल देव, वर्ष 2023-24 के लिए चैतन्य कीर्ति और वर्ष 2024-25 के लिए संजय सहाय को चुना गया है। जबकि इलेक्ट्रानिक मीडिया में वर्ष 2022-23 के लिए लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, वर्ष 2023-24 के लिए रामवतार बैरवा और वर्ष 2024-25 के लिए सईद अंसारी को चुना गया है। सम्मान के तहत इन्हें एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

हिन्दी सेवा सम्मान के तहत वर्ष 2022-23 के लिए नानक चंद, वर्ष 2023-24 के लिए सुरेश नीरव और वर्ष 2024-25 के लिए डॉ. के श्रीनिवासन को चुना गया है। इन तीनों विभूतियों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

बुंदेलखंडी, ब्रजभाषा, हिमाचली और राजस्थानी में लेखन कर रहे साहित्यकारों को हिन्दी सहभाषा सम्मान दिया गया है। इसके तहत वर्ष 2022-23 के लिए डॉ. विमलेश कांति वर्मा, वर्ष 2023-24 के लिए रामकुमार कृषक और वर्ष 2024-25 के लिए अर्चना चतुर्वेदी को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

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