2025 में चार ग्रह करेंगे राशि परिवर्तन, बनेंगे विश्व युद्ध के योग, प्राकृतिक आपदा की भी संभावना

2025 में चार ग्रह करेंगे राशि परिवर्तन, बनेंगे विश्व युद्ध के योग, प्राकृतिक आपदा की भी संभावना

कानपुर, अमृत विचार। साल 2025 कई मामलों में विचित्र होने वाला है। वार्षिक कुंडली के आकलन के अनुसार, इस साल ग्रहों के राजा मंगल होंगे और अप्रैल 2025 के बाद सूर्य हो जाएंगे। साथ ही इस वर्ष में शनि का राशि परिवर्तन हो रहा है। इसी के साथ इस साल गुरु राशि परिवर्तन करते हुए मिथुन राशि में जाएंगे। अतिचारी होने की वजह से कर्क राशि में भी इसी साल प्रवेश करेंगे। 

साथ ही इस साल राहु केतु की स्थिति में भी बदलाव होगा। केतु सिंह राशि में गोचर करेंगे और राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ग्रहों के इन बड़े बदलावों के बीच साल 2025 में कई बड़ी घटनाओं का साक्षी बनेगा। आइए जानते हैं साल 2025 में होने वाली बड़ी घटनाओं के बारे में जिनसे देश और दुनिया प्रभावित होगी।

ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। 

रूस, यूक्रेन, इजरायल, हमास के बाद बदलती दुनिया में अब नए मोर्चों पर युद्ध का बिगुल बज सकता है। मीन राशि में राहु और शनि की युति के प्रभाव के कारण अकाल, युद्ध, विस्फोट, भूचाल, महामारी के साथ ही मार्च से मई के मध्य में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है जिसके चलते बड़ी तादाद में जन और धन हानि होने की आशंका है। 

दो सूर्य ग्रहण भी लगेंगे

29 मार्च 2025 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण दुनियाभर में यूरोप, एशिया के उत्तरी इलाकों, अफ्रीका के उत्तरी व पश्चिमी इलाकों समेत नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका के उत्तरी हिस्सों, अटलांटिक व आर्कटिक क्षेत्रों में दिखाई देगा। यह पूर्ण ग्रहण दोपहर 14.21 बजे से शाम 18.14 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाएगा। साथ ही इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

21 सितंबर 2025 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण रात्रि में लगेगा, जो आश्विन मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन रात 22.59 बजे से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह 03.23 बजे तक प्रभावी रहेगा। यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसका धार्मिक प्रभाव भी नहीं होगा और न ही इसका सूतक काल मान्य होगा।

दो चंद्र ग्रहण

साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को फाल्गुन मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन लगेगा। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 10.41 बजे से दोपहर 14.18 बजे तक रहेगा। यह भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण का धार्मिक दृष्टि से भारत में कोई महत्व नहीं होगा।

दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को भाद्रपद मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन लगेगा। यह रात्रि 21.57 बजे शुरू होकर 1.26 बजे तक प्रभावी रहेगा और भारत समेत संपूर्ण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, पश्चिमी और उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों में दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में भी नजर आएगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा और धार्मिक दृष्टि से इसका महत्व होगा।

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