कासगंज : सिढ़पुरा थानाध्यक्ष ने दिखाई दरियादिली, गरीब विधवा की मदद
थानाध्यक्ष ने महिला को रजाई, गद्दा, रजाई का कवर गैस चूल्हा सिलेण्डर और खाद्य सामिग्री दी
सिढ़पुरा, अमृत विचार। जिले की सिढपुरा थाना पुलिस गरीब विधवा महिलाओ का सहारा बन है। हाड़कपाऊ सर्दी से बचाने के लिए थानाध्यक्ष ने क्षेत्र के समीप वर्ती गांव कलानी में एक महिला का दर्द देखकर उनका दिल पसीज गया। उन्होंने विधवा महिला को एक रजाई, एक गददा, रजाई का कवर दो कंबल, गैस चूल्हा सिलेंडर और खाद्य सामिग्री दी है।थानाध्यक्ष के इस चेहरे को देख लोगों ने उनकी सराहना की है।
सर्दी पूरे शबाब पर है। गरीब तबके के लोग खुले आसमान के नीचे रातें बिता रहे हैं। कोई समाजिक संस्था भी अभी तक आगे नहीं आई है, लेकिन सिढपुरा थानाध्यक्ष दिनेश सिंह एक विधवा महिला के सहारा बन कर उभरे हैं। उन्होंने बीते दिन रविवार को पुलिस कर्मियों के साथ कलानी गांव में पैदल गश्त करने के लिए गए हुए थे। जहां वह अचानक एक विधवा महिला की झोपडी में पहुंच गए। महिला एक ही कमरे में चार बच्चों के साथ गुजर वसर कर रही थी। घर में मात्र दो ही चादर थे। बच्चे और वह ठंड में ठिठुर रहे थे। यह देखकर थानाध्यक्ष अचंभित रह गए और मदद को आगे आ गए। उन्होंने साथी पुलिस कर्मियों को सिढपुरा भेजकर अपनी मेहनत की कमाई का पैसा देकर एक रजाई, दो गद्दा, रजाई का कवर, गैस, चूल्हा सिलेंडर के अलावा खाद्य सामिग्री अनाज मंगवा कर विधवा महिला को सौप दी। यह पाकर महिला और उनके बच्चों में खुशी का ठिकना नहीं रहा। थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि महिला के पति शिंटू की एक वर्ष पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वह बेहद गरीब थी। चार बच्चों के सहारे घर में रह रही थी। कड़कड़ाती ठंड में चार बच्चों के साथ रात गुजारती थी। महिला के घर में मात्र दो चादर ही थी। उन्होंने बताया कि इतनी गरीब महिला मैने आज तक नहीं देखी। खाना बनाने के लिए महिला के घर में ईधन नहीं था। जंगल से लकड़ी बीन कर लाती थी। उससे खाना पकाती थी।