कानपुर में पहली बार ग्लैडियोलस फूल के बीज फ्री: खेती करके किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आमदनी, करना होगा ये...

पहली बार जिला उद्यान विभाग में पहुंचीं खूबसूरत पुष्पों की गांठें

कानपुर में पहली बार ग्लैडियोलस फूल के बीज फ्री: खेती करके किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आमदनी, करना होगा ये...

कानपुर, (मनीष तिवारी)। शादी कार्यक्रम हो या फिर राजनीतिक समारोह व स्वागत कार्यक्रम, इन कार्यक्रमों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए ग्लैडियोलस फ्लावर की बड़ी डिमांड रहती है। किसानों ने रुचि दिखाई तो उनकी आमदनी के साथ साथ जिले के लोगों को भी इन फूलों के लिए दूसरे प्रदेश या जिलों में भटकना नहीं पड़ेगा। 

पहली बार जिला उद्यान विभाग में इन फूलों के बीजों को मुफ्त बांटने की योजना आई है। पहले चरण में ग्लैडियोलस फ्लावर की 1.25 लाख गांठें विभाग को मिली हैं। ये फूल सफेद, गुलाबी, पीले और मिक्स रंगों में होते हैं।  

इस फूल की सबसे ज्यादा खेती पंजाब में होती है। जिले में कुछ ही किसान हैं, जो बाहर से बीज (प्याज के आकार की गांठ) लाकर इसकी खेती करते हैं। जिले के लोग फूल लेने बाहर जाते हैं। वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि पहली बार किसानों के लिए मिक्स रंगों की करीब सवा लाख गांठ उपलब्ध हुई हैं। सबसे ज्यादा बिधनू ब्लॉक के किसान इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं। 

यह फ्री है, जरूरी मानक और प्रपत्र पूरे होने के बाद गांठें दी जा रही हैं। इन फूलों की एक स्टिक 15 से 25 रुपये की मिलती है। आदित्य कुमार ने बताया कि एक हेक्टेयर भूमि में 60 से 65 हजार गांठें लगाई जाती हैं। उसके बाद चार महीने में 60 हजार से सवा लाख स्टिक तक तैयार होती हैं। 

निरीक्षक आदित्य ने बताया कि सर्दी के मौसम में इसकी खेती चार महीने तक होती है। सप्ताह में एक बार मध्यम सिंचाई और देखरेख से अच्छी खेती की जा सकती है। पत्ते पीले पड़ें तो समझ लें कि उसमें आयरन की कमी हो रही है। इस स्थिति में फेरस सल्फेट 0.2 का छिड़काव करना पड़ता है। 

गांठ पाने के लिए ये लाएं

- आधार कार्ड
- पासबुक
- खतौनी
- 2 फोटो

पहली बार जिले के किसानों को इन फूलों की खेती का अवसर दिया जा रहा है। जरूरी प्रपत्रों के साथ आकर इसका लाभ ले सकते हैं। जहां भी ग्लैडियोलस की खेती हो रही है, किसानों को अच्छी आमदनी होती है।- डॉ. बल्देव प्रसाद, जिला उद्यान अधिकारी

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