Nagar Nigam Sadan 2024: कानपुर में मलिन बस्तियों के घरों से मुफ्त उठाया जाएगा कूड़ा, महापौर बोली- हर वार्ड में एक घंटे बैठूंगी
कानपुर, अमृत विचार। नगर निगम सदन की दूसरे दिन की बैठक में गुरुवार को पार्षदों ने क्षेत्र की समस्याएं उठाईं। इस दौरान सहमति बनने पर महापौर प्रमिला पांडेय ने आदेश दिए कि अब मलिन बस्तियों से डोर-टू-डोर मुफ्त में कूड़ा उठाया जाएगा।
वार्डों में सफाई कर्मचारियों की संख्या में असमानता दूर करने के लिए हर 200 मीटर पर एक सफाई कर्मचारी नियुक्त होगा। नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कहा कि स्वच्छता के लिए जरूरत पड़ी तो सफाई कर्मचारियों की नई भर्ती होगी। जो कंपनियां कूड़ा उठाने में लापरवाही बरत रही हैं, उनकी सेवाएं समाप्त की जाएंगी।
सदन में वार्ड 52 के पार्षद धीरेंद्र त्रिपाठी धीरू ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था अंतिम पायदान पर है। कर्मचारियों की कमी है। उनके वार्ड में 375 बीट हैं, लेकिन 57 कर्मचारियों के भरोसे पूरा वार्ड है। इससे सफाई व्यवस्था धड़ाम है, जबकि वार्ड में 90 फीसदी टैक्स पेयर रहते हैं। निगम की योजना समझ में नहीं आती है। अन्य पार्षदों ने मेज थपथपा कर सफाई व्यवस्था खराब होने पर सहमति जताई।
इस पर महापौर ने कहा कि सफाई व्यवस्था पर नियमावली जरूरी है। नगर आयुक्त को आदेशित किया कि हर 200 मीटर पर एक सफाई कर्मचारी तैनात हो। सभी 110 वार्डों में बराबर सफाई कर्मचारी लगाएं। अभी कहां कितने सफाई कर्मचारी लगे हैं, डाटा 10 दिन में चाहिये। नगर आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण टीम आने वाली है, सभी विसंगतियां दूर करेंगे।
हर वार्ड में एक घंटे बैठूंगी
महापौर ने कहा कि नये वर्ष से वह रोज एक वार्ड में एक घंटे बैठकर लोगों की समस्या सुनेंगी। इस दौरान जलकल और स्वास्थ्य विभाग के जोनल अधिकारी साथ रहेंगे। उन्होंने नगर आयुक्त से कहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की जवाबदेही तय होनी चाहिए। बाहरी शहरों से फोन आते हैं। जनता परेशान हैं। लोगों को नियम पूरे करने के बाद प्रमाण पत्र आसानी से मिलें, दौड़ना न पड़े।
अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को नोटिस
महापौर ने कहा कि जो अधिकारी सदन में नहीं आए हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें। जानकारी हुई है कि पार्षद रेनू यादव के पति सदन की कार्रवाई में अंदर आये थे। यह नियम विपरीत है। पार्षद को कारण बताओ नोटिस दिया जाए। इस दौरान कुछ पार्षदों ने बताया कि पार्षद पति सदन खत्म होने के बाद और पहले सदन के भीतर थे।