कासगंज: चेतावनी के बावजूद गंजडुंडवारा में फैला है अतिक्रमण का जाल

दुकानों के बाहर रखा रहता है सामान, हाथ ठेले वाले भी घेरते हैं सड़क

कासगंज: चेतावनी के बावजूद गंजडुंडवारा में फैला है अतिक्रमण का जाल

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। नगरपालिका व कोतवाली पुलिस की कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। बाजार में अतिक्रमण से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। कुछ दिनों पूर्व ही सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा अतिक्रमणकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद एसडीएम प्रदीप विमल एवं क्षेत्राधिकारी राज कुमार पाण्डेय एवं पालिका प्रशासन ने दुकानदारों से अतिक्रमण हटाने के लिए चेतावनी दी, लेकिन इसका असर नहीं हुआ। अतिक्रमण से आने जाने वाले राहगीर और वाहन चालकों को परेशानी होती है।

अधिकारियों को लगा कि चेतावनी के बाद दुकानदार बाजार से अस्थाई अतिक्रमण और दुकानों के बाहर सामान रखना बंद कर देंगे। चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ। बाजार में अतिक्रमण बदस्तूर जारी है। प्रशासन की ढीली कार्रवाई के चलते अतिक्रमण कम नहीं हो रहा है। दुकानों के आगे बने फुटपाथ पर दुकानदारों ने स्थाई रूप से कब्जा कर रखा है। फुटपाथ पर चलने के लिए कोई जगह न होने के कारण राहगीर सड़कों के ऊपर ही चलने को मजबूर हैं। मेन बाजार में दुकानदार अपनी दुकानों के होर्डिंग और सामान को कई-कई फुट बाहर रख देते हैं। नतीजन, गलियां सिकुड़ कर कुछ फुट की रह जाती हैं। यही हाल टीन बाजार, रेलवे रोड, सुदामापुरी रोड, स्टेट बैक रोड सहित अन्य मुख्य मार्गों का भी है।

क्या है अतिक्रमण न हट पाने की वजह
अतिक्रमण न हट पाने का मूल कारण यह भी है कि नगरपालिका अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई भी पुख्ता कार्रवाई अमल में नहीं लाती है। पालिका कर्मचारी अभियान के दौरान सामान उठाकर तो ले जाते हैं, लेकिन कुछ ही देर में सामान वापस भी दे देते हैं। जुर्माना भी वसूला जाता है, तो वह भी नाम मात्र होता है।

अतिक्रमणकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
ईओ,नगर पालिका परिषद,गंजडुंडवारा सुनील कुमार ने बताया कि अतिक्रमणकारियों पर सख्ती से निपटने को चेयरमैन एवं सभासदो के साथ बैठक कर योजना बना कार्यवाही की जाएगी। शासन के निर्देशों का शत प्रतिशत पालन को अतिक्रमण न हटाने की स्थिति मे अर्थदंड, जब्तीकरण के साथ-साथ अन्य कार्यवाही भी अमल मे लाई जाएगी।

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