Kannauj में धरी रह गई अवैध निर्माण ढहाने की तैयारी, सपा नेता ने कोर्ट से लिया स्टे
कन्नौज, अमृत विचार। शहर के बालापीर में सरकारी भूमि पर सपा के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलवाने की पुलिस, प्रशासन की तैयारी धरी रह गई। सपा नेता ने खुद मुख्य गेट हटा लिया और फिर न्यायालय से स्थगनादेश भी ले लिया। भवन जैसे का तैसा है पर पुलिस यह मान कर कार्रवाई से पीछे हट गई कि सपा नेता खुद भवन को गिरा रहे हैं।
सपा के पूर्व कोषाध्यक्ष कैश खां ने सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण कर भवन बना लिया। यही नहीं निकट में रह रहे मकान मालिक के रास्ते को भी रोक दिया। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी। डीएम ने राजस्व विभाग से जांच कराई तो उक्त भवन सरकारी भूमि पर बना पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने उक्त भवन को गिराने का आदेश किया था।
आदेश के अनुपालन में मंगलवार को दोपहर ढाई बजे एसडीएम सदर की अगुवाई में पुलिस व प्रशासन की टीम को ध्वस्तीकरण करना था। सीओ सदर कमलेश कुमार व कोतवाली प्रभारी कपिल दुबे कोतवाली सदर में पीएसी के जवानों को लेकर एसडीएम सदर के इंतजार में थे।
तीन बजे के करीब जानकारी मिली कि सपा नेता ने अवैध निर्माण के गेट को खुद हटवाना शुरू कर दिया है। इस पर पुलिस व प्रशासन ने जहां की तहां कार्रवाई को रोक दिया। सीओ ने बताया कि जब सपा नेता अवैध निर्माण को खुद गिरा रहे हैं तो प्रशासन को जरुरत ही नहीं पड़ेगी।
कैश खां बोले, न्यायालय से मिला स्टे
सरकारी भूमि पर बना भवन फिलहाल नहीं गिराया जाएगा। सपा नेता कैश खां ने बताया कि उनको न्यायालय से स्टे मिल गया है। इससे कार्रवाई प्रशासन ने रोक दी है। उन्होंने गेट का एक पल्ला हटा लिया है। यही नहीं एसडीएम रामकेश व ईओ नगरपालिका श्यामेंद्र मोहन चौधरी मौके पर आये थे।
ध्वस्तीकरण रुकवाने को डीएम के चौखट पहुंचे सपाई
प्रतिबंधित भूमि व सड़क पर कब्जा कर भवन बना लेने के बाद गिराने का आदेश दे दिया गया। जानकारी पर सपाई जिलाधिकारी की चौखट पहुंचे जहां उन्होंने जमीन खाली करने का समय मांगा।
शहर को मोहल्ला बालापीर निवासी कैश खां ने सरकारी भूमि पर भवन का निर्माण करने के साथ पास के मकान का रास्ता भी बंद कर दिया। इसकी शिकायत पर जांच कराई गई तो भूमि सरकारी निकली। जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ल के आदेश से मंगलवार इस अवैध निर्माण को ढहाया जाना था।
जानकारी हुई तो कैश खां के साथ सपा जिलाध्यक्ष कलीम खां के अलावा सपा नेता बउअन तिवारी, हसीव हसन, पीपी सिंह बघेल, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष मुन्ना दरोगा, आकाश शाख्य, नाजिम खां, हसीव हसन, भोले कुरैसी समेत कई सपाई जिलाधिकारी पास पहुंच गए। भवन न गिराने की गुहार लगाई। साथ ही कुछ समय मांगा। इस पर जिलाधिकारी व एडीएम ने आश्वासन भर दिया। हालांकि बाद में कार्रवाई नहीं हुई।