कानपुर में अमित शाह का पुतला फूंकने पर 32 लोगों के खिलाफ FIR: पुलिस की कार्रवाई में मचा हड़कंप, CSA के छात्र, अधिवक्ता और सपाई शामिल
कानपुर, अमृत विचार। अंबेडकर पर टिप्पणी के बाद शहर में गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने के मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने दो थानों में 32 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस की इस कार्रवाई में सीएसए के छात्र, अधिवक्ता और सपाई शामिल हैं। गुरुवार देर रात हुई कार्रवाई से शुक्रवार को दिनभर हड़कंप मच रहा। उपनिरीक्षकों ने अपनी ओर से तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
सीएसए कृषि विश्वविद्यालय में कर्पूरी छात्रावास के बाहर गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंका गया। विरोध करते हुए छात्रों ने कहा कि जय भीम हमारी पहचान है। गृहमंत्री को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।
डॉ. भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी को लेकर हॉस्टल में देर रात तक विरोध प्रदर्शन और हंगामा के साथ पुतला दहन किया। इस पर सीएसए चौकी इंचार्ज दीपक कुमार ने नवाबगंज थाने में 15-20 छात्रों पर नारेबाजी कर रास्ता अवरुद्ध करने, शांतिभंग करने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इंस्पेक्टर नवाबगंज दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज से छात्रों के बारे में पता लगाया जा रहा है। इसी प्रकार कोतवाली थानाक्षेत्र में अंबेडकर की टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
उपनिरीक्षक गणेश ने बताया कि इस दौरान समाजवादी युवजन सभा के नगर अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के नगर अध्यक्ष शादाब आलम, समाजवादी लोहिया वाहिनी नगर अध्यक्ष दीपक खोटे समेत अन्य लोग विरोध कर अमित शाह के पोस्टरों को पैरों से रगड़ रहे थे। इस कृत्य से लोक प्रशांति भंग होने की संभावना बढ़ गई। इस पर तीनों नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
इसी तरह कोतवाली थानक्षेत्र में कचहरी परिसर में घूम-घमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अधिवक्ताओं ने कोतवाली पुलिस को चकमा देकर कचहरी परिसर में मस्जिद के पास पुतला फूंक दिया। जिस पर पुलिस ने कोतवाली थाने में राहुल कनौजिया, रोहित सोनकर, बुद्ध चंद्र, सागर यादव, डीएन पाल, वीरेंद्र प्रताप, आरके यादव व अन्य अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस इस मामले में सीसीटीवी खंगाल रही है।