लखनऊः 27 लाख का गबन, फंसा अभिलेखों का पेंच
ग्राम पंचायत का 2016-17 में हुआ था ऑडिट, अब होगी जांच
लखनऊ, अमृत विचार: माल ब्लॉक की ग्राम पंचायत कमालपुर लोधौरा, भानपुर, सेंवई व सरथरा में 2016-17 के ऑडिट में मिले 27,22,254 रुपये गबन की कार्रवाई में अभिलेखों का पेंच फंस गया है। विकास कार्य और भुगतान संबंधित जो अभिलेख सचिवों को सौंपे गए वह उनकी मृत्यु की वजह से नहीं मिले। अब कमेटी धरातल पर हुए कार्यों की जांच करके रिपोर्ट देगी।
2017 में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतें को ग्राम पंचायत सरथरा के ऑडिट में 4,87,663 रुपये का गबन मिला था। उस समय रवींद्र त्रिपाठी ग्राम पंचायत अधिकारी थे, जो वर्तमान में सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) हैं। इसी तरह कमालपुर लोधौरा में सचिव आलोक कुमार के समय 4,98,780 रुपये का गबन मिला था। आलोक अब सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) हैं। वहीं, भानपुर में सचिव अनिल मिश्रा के समय 10,69,110 व सेंवई में सचिव हौसला प्रसाद यादव के समय 6,66,701 रुपये का गबन मिला था। लेखा परीक्षा अधिकारी द्वारा ऑडिट आपत्ति और बराबर पत्राचार करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशू शेखर ठाकुर ने सचिवों को नोटिस भेजा। सभी ने जवाब दिया कि कार्य व भुगतान संबंधित अभिलेख दूसरी जगह तैनाती होने पर वहां आए सम्बंधित सचिवों को दिए थे। पता चला उन दोनों सचिवों की मृत्यु हो चुकी है। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया की हैंडओवर न होने के कारण अभिलेख नहीं है। एडीओ पंचायत की अध्यक्षता में गांव में कराए गए कार्यों की जांच कराएंगे। इसके लिए कमेटी बनाई है।
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