बरेली स्मार्ट सिटी: चार पार्किंग बनाने में 16 करोड़ तो फूंक दिए मगर तीन आज भी बंद
एकमात्र मोती पार्क में बनी पार्किंग का अफसर करा पाए ठेका लेकिन उसे चलाने में भी तमाम समस्याएं
बरेली, अमृत विचार। शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग की जरूरत पूरी करने की दिशा में नगर निगम की कोशिशें शून्य हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से जरूर करीब 16 करोड़ की लागत से चार मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण कराया गया लेकिन इनमें से सिर्फ एक मोती पार्क में बनाई गई पार्किंग ही शुरू हो पाई है। हालांकि मेन गेट पर अतिक्रमण जैसी कई दिक्कतों की वजह से यह पार्किंग भी ठीक से नहीं चल पा रही है।
स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से चार मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण इस दावे के साथ कराया गया था कि अब सड़कों पर वाहन खड़े नहीं होंगे। लेकिन इन चारों पार्किंग पर अच्छी-खासी धनराशि खर्च होने के बावजूद कोई बदलाव नहीं हो पाया। निर्माण के दो साल बाद भी तीन पार्किंग तो अफसर चालू ही नहीं करा पाए हैं। मोती पार्क की पार्किंग में कारें खड़ी होने लगी हैं लेकिन इसका ठेकेदार भी अतिक्रमण की वजह से परेशान हैं। नगर निगम के अफसर भी उसकी सुन नहीं रहे हैं।
ठेकेदार का कहना है कि फिलहाल पार्किंग में 84 कारें खड़ी हो रही हैं। इन कारों के पार्किंग में आने-जाने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं है। रास्ते पर भारी अतिक्रमण है। चाट के ठेले खड़े होते हैं जिन पर लोगों की भीड़ भी जमी रहती है। पार्किंग के ऐन सामने पुलिस चौकी है लेकिन पुलिस अतिक्रमण हटवाने के बजाए उसकी अनदेखी करती रहती है।
बिजली का तीन लाख का पुराना, बकाया भी ठेकेदार के सिर डाला
ठेकेदार का आरोप है कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने तीन लाख रुपये का पुराना बिजली बिल भी जमा नहीं किया है। यह बकाया उसके सिर डालने की कोशिश हो रही है। पार्किंग में हैवी मोटर लगी है जिसकी सुरक्षा का कोई साधन नहीं है। पार्किंग में कोई गेट तक नहीं लगा है। मोटर, जनरेटर बैटरी की चोरी का डर लगा रहता है।