Live Parliament Winter Session: विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक दिनभर के लिए स्थगित
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। परंपरा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में हंस द्वार के नजदीक महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी। पीएम मोदी ने कहा, "पुरानी पीढ़ी का काम है आने वाली पीढ़ियों को तैयार करें। लेकिन 80-90 बार जिनको जनता ने नकार दिया है वे न संसद में चर्चा होने देते हैं न लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं। न वो लोगों के प्रति अपना दायित्व समझ पाते हैं। वे जनता की उम्मीदों पर कभी भी खरे नहीं उतरते। जनता को उन्हें बार-बार नकारना पड़ रहा है।"
पीएम मोदी ने कहा, "2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है। देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा है। संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है। सबसे बड़ी बात है हमारे संविधान के 75 साल की यात्रा, 75वें साल में उसका प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत ही उज्ज्वल अवसर है। कल संविधान सत्र में हम सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे।"
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक दिनभर के लिए स्थगित
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद पुन: शुरू होने के एक मिनट के अंदर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी और प्रश्नकाल समेत कोई विधायी कामकाज नहीं हुआ।
निचले सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्तमान लोकसभा के सदस्य रहे वसंत राव चव्हाण और नूरुल इस्लाम तथा पूर्व सदस्यों एम एम लॉरेंस, एम पार्वती एवं हरीश चंद्र देवराव चव्हाण के निधन के बारे में सदन को सूचित किया। सभा ने कुछ क्षण मौन रखकर दिवंगत सांसदों और पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्य एक उद्योगपति से जुड़े मामले और उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हुई हिंसा के मुद्दे को उठाने का प्रयास करते सुने गए और हंगामे के बीच बिरला ने करीब 11 बजकर पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब सदन में पहुंचे तो केंद्रीय मंत्रियों समेत सत्तापक्ष के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और उन्होंने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। दोपहर 12 बजे सदन की बैठक पुन: शुरू होते ही समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेंद्र यादव और कुछ अन्य पार्टी सदस्य संभल हिंसा का मुद्दा उठाने का प्रयास करते देखे गए। इस दौरान विपक्ष की अग्रिम पंक्ति में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी खड़े थे। अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी विभिन्न मुद्दे उठाने का प्रयास कर रहे थे।
पीठासीन सभापति संध्या राय ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। शोर-शराबा जारी रहने पर उन्होंने सदन की बैठक एक मिनट के अंदर ही दिनभर के स्थगित कर दी। मंगलवार को संविधान दिवस (26 नवंबर) के उपलक्ष्य में लोकसभा की बैठक नहीं होगी। निचले सदन की अगली बैठक अब बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगी।
‘इलेक्ट्रॉनिक टैब’ पर ‘डिजिटल पेन’ का उपयोग कर सांसद दर्ज कराएंगे उपस्थिति
संसद के सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में भाग लेने वाले लोकसभा सदस्यों के पास ‘इलेक्ट्रॉनिक टैब’ पर ‘डिजिटल पेन’ का उपयोग करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का विकल्प होगा। संसद को कागज रहित बनाने की अध्यक्ष ओम बिरला की पहल के तहत लोकसभा कक्ष की लॉबी में चार ‘काउंटर’ पर ‘इलेक्ट्रॉनिक टैब’ रखे जाएंगे।
लोकसभा सचिवालय ने कहा, ‘‘काउंटर पर उपस्थिति पुस्तिका पहले की तरह रखी जाती रहेंगी लेकिन सदस्यों को सलाह दी जाती है कि वे टैब के उपयोग को प्राथमिकता दें और संसद को कागज रहित बनाने में मदद करें।’’ अधिकारियों ने बताया कि सदस्यों को सबसे पहले टैब पर ‘ड्रॉप डाउन मेन्यू’ से अपना नाम चुनना होगा, डिजिटल पेन की मदद से अपने हस्ताक्षर करने होंगे और अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ‘सबमिट’ बटन दबाना होगा।
तकनीकी सहायता के लिए हर ‘काउंटर’ पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के इंजीनियर की एक टीम मौजूद रहेगी। संसद सत्र के दौरान सदस्यों को अपना दैनिक भत्ता प्राप्त करने के लिए उपस्थिति पुस्तिका में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है। इससे पहले, लोकसभा सदस्य मोबाइल ऐप का उपयोग करके भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे।
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