कासगंज: पानी समझ कर बारी-बारी पी गए कीटनाशक, एक किसान की मौत, पांच गंभीर

बाजरा फसल की थ्रेशिंग के दौरान लगी थी प्यास, कीटनाशक का नहीं समझ पाए स्वाद

कासगंज: पानी समझ कर बारी-बारी पी गए कीटनाशक, एक किसान की मौत, पांच गंभीर

कासगंज, अमृत विचार। सभी किसान अपने खेत पर बाजरा की फसल की थ्रेशिंग करा रहे थे। इसी बीच उन्हें प्यास लगी। एक किसान खेत पर ही लगे अपने निजी नलकूप के कमरे में जाकर कोल्ड ड्रिंक की बोतल उठा लाया। इसमें न कोल्ड ड्रिंक थी और न पानी था, बल्कि पूर्व में रखा गया कीटनाशक था। प्यास इतनी तेज थी कि इन किसानों ने पानी समझकर जहर भी पी लिया और स्वाद भी नहीं पता चला। जब हालत बिगड़ी तो अन्य सहयोगी किसानों ने अस्पताल में भर्ती कराया। यहां एक किसान की मौत हो गई और पांच की हालत गंभीर है। जिन्हें उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। किसानों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

घटना शनिवार शाम की है। कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला नवल निवासी 40 वर्षीय योगेश उर्फ गिरजू पुत्र शिव नारायन के खेत की शनिवार की शाम बाजरा फसल निकाली जा रही थी। जिसमे पड़ोस के गांव नगला टीका निवासी नागेंद्र सिंह, बृजेश, सोवरन, राकेश, धर्मेंद्र आदि किसान ट्रैक्टर चलाकर  थ्रेसिंग कर रहे थे। थ्रेशिंग के बाद प्यास लगने पर सभी किसान एक जगह बैठ गए और पीने के लिए पानी मंगाया। किसान सोवरन सिंह खेत में ही बने समर पंप की कोठरी में गया। उसको वहां पर एक कोल्डड्रिंक की बोतल में पानी भरा दिखा। वह उसको उठा लाया औऱ सभी किसानों ने बारी-बारी से बोतल से पानी समझकर जहर पी लिया। पानी पीते समय सभी को उसका स्वाद समझ नहीं आया। किसान गिरजू ने सबसे अंत में पानी समझकर एक घूंट पिया तो उसे याद आया कि यह तो मेरे द्वारा ही नलकूप की कोठरी में रखा गया कीटनाशक है, क्योंकि स्वाद कुछ अलग था। 

गिरजू को छोड़कर सभी को उल्टी दस्त
कीटनाशक पीने वाले गिरजू को छोड़कर सभी को उल्टी दस्त होने लगे। सभी की हालत बिगड़ती देख अन्य लोगों ने उनके परिजनों को सूचना दी। परिजन ने सभी को निजी चिकित्सकों के यहां भर्ती कराया। सभी का उपचार शुरू हुआ। योगेश उर्फ गिरजू बाजरा लेकर अपने घर पहुंच गया। उस समय तक गिरजू को न कोई उल्टी हुई और न कोई दस्त हुआ वह खाना खाकर लेट गया। 

एक घूंट पिया फिर भी गिरजू की मौत
सोते समय परिजन गिरजू को दूध देने गये तो गिरजू को नींद से जगा।  परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने अन्य लोगों को बताया सभी ने जब गिरजू को देखा उन्हें समझते देर न लगी कि कुछ तो गड़बड़ है। उन्होंने आनन-फानन में निजी चिकित्सक को भी दिखाया तो चिकित्सक ने गिरजू को मृत घोषित कर दिया। अचानक गिरजू की मौत से परिवार में चीत्कार मच गया। परिजनों ने रविवार दोपहर को उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

जानिए क्या बोले अधिकारी
पटियाली उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार विमल ने बताया कि किसानों ने पानी समझकर कीटनाशक दवा पीली। जिसकी बजह से एक किसान की मौत हो गई। अन्य पांच किसानों का नीजी चिकित्सकों के यहां उपचार चल रहा है। मृतक के परिवार की तरफ या अन्य किसी किसान की तरफ से कोई भी कार्यवाही नही कराई गई 

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