प्रयागराज: महाकुंभ में QR कोड से मिलेगी गंदगी की जानकारी, लगेंगे डेढ़ लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स 

 टॉयलेट की सफाई के लिए 1500 गंगा सेवा दूतों की नियुक्ति

प्रयागराज: महाकुंभ में QR कोड से मिलेगी गंदगी की जानकारी, लगेंगे डेढ़ लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स 

प्रयागराज, अमृत विचार। संगम की धरती पर 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। 2025 का महाकुंभ दिव्य और भव्य के साथ ही स्वच्छ और सुरक्षित महाकुंभ होगा। योगी सरकार ने इसके लिए व्यापक तौर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। महाकुंभ में इस बार डेढ़ लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स पूरे मेला क्षेत्र में लगाए जाएंगे। इसके साथ ही महाकुंभ में पहली बार टॉयलेट की सफाई की मॉनिटरिंग क्यू आर बेस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम से की जाएगी।

महाकुंभ अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक क्यू आर कोड के माध्यम से टॉयलेट की गंदगी की जानकारी मिलने पर उसे चंद मिनट में क्लीन कर दिया जाएगा। टॉयलेट की सफाई के लिए जेट स्प्रे क्लिनिक सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। ताकि मैन्युअल सफाई की जरूरत ना पड़े। ‌इसके अलावा सेफ्टी टैंक को खाली करने के लिए भी सेसपूल ऑपरेशन प्लान रेडी कर लिया गया है। 

गौरतलब कि संगम की धरती पर पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि के स्नान पर्व तक 45 दिनों तक महाकुंभ का आयोजन होगा। योगी सरकार 2019 कुंभ की तर्ज पर ही इस बार भी कई गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रही है। स्वच्छता के मामले में भी सरकार वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकती है। इसके लिए मेला क्षेत्र में 10 हजार सफाई कर्मी लगाए जाएंगे। जगह-जगह डस्टबिन रखे जाएंगे। टॉयलेट की सफाई के लिए 1500 गंगा सेवा दूतों को भी रखा जाएग। जो सुबह शाम टॉयलेट को चेक करेंगे। स्वच्छता कर्मियों को अच्छा व्यवहार करने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। स्वच्छता कर्मियों के लिए टेंट से कॉलोनी बसाई जाएगी और वहां पर उनके बच्चों के लिए अस्थाई स्कूल भी खोला जाएगा।

योगी सरकार ने महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री घोषित किया है। इसके लिए विभिन्न कैंपेन चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत महाकुंभ में सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। प्लास्टिक के बदले महाकुंभ में कपड़े व जूट के थैलों का प्रयोग किया जाएगा जो आसानी से नष्ट हो जाए। ताकि पर्यावरण प्रदूषण न हो। अपर मेला अधिकारी महाकुंभ विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक इस बार महाकुंभ में जहां भंडारे और खान-पान के जोन रहेंगे वहां पर दोना पत्तल और कुल्हड़ का प्रयोग किया जाएगा। इससे जहां स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं पॉलिथीन का भी प्रयोग नहीं होगा।  अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक दोना पत्तल के लिए महाकुंभ में जगह-जगह दुकानें आवंटित की गई है। उनके मुताबिक स्वच्छता, गंगा सफाई, पेंटिंग समेत कुल चार घटकों में महाकुंभ में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।

वहीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर और यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य स्वामी कौशल्या नंद गिरी उर्फ़ टीना मां का कहना है कि योगी सरकार महाकुंभ के दिव्य और भव्य आयोजन की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा है कि साधु संतों को भी पूरी उम्मीद है कि 2025 का महाकुंभ स्वच्छता के नए मानक स्थापित करेगा। उनके मुताबिक जिस तरह की स्वच्छता को लेकर महाकुंभ में तैयारी की जा रही है। निश्चित तौर पर महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक यहां से अलग छवि लेकर जाएंगे। इससे देश और दुनिया में प्रयागराज के साथ ही यूपी का भी मान बढ़ेगा।

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