तस्वीरों में देखिये कानपुर में हुए दीपोत्सव का नजारा...देवों के स्वागत में जले दीप, रंग-बिरंगी झालरों से जगमगाए घाट

शहर के 24 घाटों पर एक लाख से अधिक दीप हुए रोशन, दीपोत्सव का नजारा

तस्वीरों में देखिये कानपुर में हुए दीपोत्सव का नजारा...देवों के स्वागत में जले दीप, रंग-बिरंगी झालरों से जगमगाए घाट

कानपुर, अमृत विचार। देव दीपावली पर शहर के 24 घाट शुक्रवार को जमगम रहे। दीपोत्सव ऐसा नजारा देखने को मिला। दीपों की झिलमिल चादर से गंगा में मनोहारी छटा बिखरी नजर आई। रंग-बिरंगी झालरों के बीच करीब एक लाख दीपों से घाट रोशन रहे।

वहीं घाटों पर भजन संध्या से श्रद्धालु अध्यात्म में सराबोर दिखे। कार्तिक पूर्णिमा का पर्व होने से घाटों पर शुक्रवार भोर पहर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही और गंगा में डुबकी लगाकर पूजन व दान-पुण्य किया। घरों में माता तुलसी का श्रृंगार, पूजन कर विदाई दी गई। 

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कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह चार बजे से ही गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मान्यता के अनुसार श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पूजन, दान किया। इस दिन गंगा स्नान से कष्ट दूर होते और जन्मों के पाप का अंत होता है। श्रद्धालुओं ने अन्न व वस्त्र का दान करके घाटों पर दीप जलाकर सुख-समृद्धि की।

घरों में विधि विधान से तुलसी माता का पूजन किया गया। माता को श्रृंगार की सामग्री चढ़ाई और आरती उतारी। इस दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है। मान्यता के अनुसार शिव शंकर ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था, जिससे प्रसन्न होकर देवताओं ने धरा पर दीपावली मनाई थी।

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शहर के सभी 24 घाटों पर शुक्रवार को देव दीपावली पर दीपोत्सव नजर आया। श्रद्धालु, पुजारी, संत व संस्थाओं ने मिलकर घाटों पर दीपदान किया। जिससे हर घाट रोशन रहे। दीपदान के बाद भजन संध्या का दौर चला। जमकर उत्सव मनाया गया।  

एक लाख दीपों से जगमगाए ये घाट 

अटलघाट गंगाबैराज, रानी घाट, भैरवघाट, परमट घाट, गोला घाट, गुप्तार घाट, भगवतदास घाट, सरसैया घाट, बाबा घाट, काली घाट, श्याम घाट, कमलेश्वर घाट, गणेश घाट, मैगजीन घाट, ब्रह्मवर्त घाट, लक्ष्मण घाट, ड्योढ़ीघाट , शेखपुर घाट, सिद्धनाथ घाट, बंगाली घाट, डबकेश्वर घाट, कोयला घाट आदि। 

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भजनों से आध्यात्मिक हुआ वातावरण

गंगा देव दीपावली समिति की पहल पर 2021 से शुरू देव दीपावली अनवरत जारी है। हर वर्ष की तरह शुक्रवार को भी भव्य आयोजन हुआ। समिति के महामंत्री प्रवीण कुमार शुक्ल ने बताया कि काशी की तर्ज पर परंपरा को आगे बढ़ाते हुए तमाम स्वंयसेवी संगठन आगे आए हैं और आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं।

शुक्रवार को विभिन्न घाटों पर भजन संध्या व दीपदान में समिति के अध्यक्ष बालयोगी अरुण पुरी, उपाध्यक्ष आशीष कुमार पांडेय, कोषाध्यक्ष राजीव शुक्ला, अमित अग्रवाल, मंत्री ब्रजेश शर्मा बेबू, वंदना गुप्ता, गौरव द्विवेदी, मदन भाटिया, कपिल बाजपेई, अशोक पांडेय, सत्यम त्रिपाठी, सुमित दीक्षित, राज किशोर आदि रहे और एक लाख से अधिक दीप जलाए। 

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आतिशबाजी से सतरंगी हुआ आसमान 

कार्तिक पूर्णिमा पर एलआईसी पार्क श्यामनगर में देव दीपावली धूमधाम से मनाई गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक भवानी भीख न दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत संपर्क प्रमुख अरविंद मेहरोत्रा ने कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली का महत्व, तुलसी विवाह और पूजन की पौराणिक कथा पर प्रकाश डाला। अतिथि और वक्ता का स्वागत शांति स्वरुप भटनागर ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपाल चंद्र पांडेय व संचालन नरेंद्र सचान ने की। इस मौके पर बच्चों ने रंगोली सज्जा, सामूहिक नृत्य, गायन में वाहवाही लूटी। बच्चों ने करीब 200 रंगोली सजाई। बच्चों को पुरस्कार वितरित किया गया। पार्क सज्जा और दीप प्रज्ज्वलन में रश्मि, मोनिका व मोहिनी की प्रमुख भूमिका रही।

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आखिर में आतिशबाजी से आसमान सतरंगी हो गया। मुख्य अतिथि ने क्षेत्र के उमा शंकर गुप्ता, राम किशोर त्रिपाठी और ओम प्रकाश पांडेय को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में अनुरुद्ध गुप्ता, संजीव रायजादा, दीपक गुप्ता, राकेश कुलश्रेष्ठ, शांति स्वरुप भटनागर, चंद्र कुमार गंगवानी, अरुण कुमार गुप्ता, विनोद शंकर दीक्षित, विनय पटेल, प्रेम नाथ विश्नोई आदि रहे। 

रंगोली व दीपों से जगमगाए घाट 

करौली शंकर महादेव के सानिध्य में शुक्रवार को सरसैया घाट पर देव दीपावली का उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर संतों और जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद दीपदान किया और मां गंगा की स्तुति कर खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। शंकर सेना के सदस्यों और भक्तों ने मिलकर गंगा घाट पर हजारों दीप जलाए। जिससे घाट जगमग नजर आए। शाम को दीपों की रोशन घाट सतरंगी दिखे।

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रंगोली सजाई गई, दीपों से देव दीपावली लिखा गया। घाट की सीढ़ियों को सजाया गया और संतों को सम्मानित किया गया। मान्यता है कि देवताओं ने राक्षस त्रिपुरासुर के वध की खुशी में स्वर्ग को दीपों से सजाया था और काशी में देव दीपावली के दिन सभी देवता दीप जलाने आते हैं। इस मौके पर शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध चोपड़ा, बृजेंद्र सिंह, आयुष द्विवेदी, बबलू सोनकर, विवेक द्विवेदी, राजेश शर्मा, अशोक सेन, बबलू पांडे, प्रशांत श्रीवास्तव आदि रहे।

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