ठंडक की दस्तक : मौसम ने ली करवट, घने कोहरे ने कराया ठंड का एहसास
बाराबंकी, अमृत विचार : कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही अगहन शुरू हो गया है। मौसम का मिजाज भी बदलने लगा है। शुक्रवार को मौसम के पहले घने कोहरे ने दस्तक दे दी। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे, जिससे सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। इससे लोगों को सर्दियों की पहली ठंड का अहसास हुआ। ठंड का इंतजार कर रहे लोगों ने स्वेटर, कम्बल निकाल लिए।
बीते दो दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तामपान में अच्छी खासी गिरावट दर्ज की गई है। गुरुनानक जयंती की छुट्टी के साथ मौसम के बदले मिजाज का असर दिनभर नजर आया। पूरे दिन धूप न निकलने से तापमान करीब तीन डिग्री तक लुढ़क गया। मौसम विभाग के मुताबिक अभी कोहरा और बढ़ेगा। तापमान में भी अभी और अधिक गिरावट आयेगी। दरअसल बीते दिनों निकल रही धूप के चलते लोगों को थोड़ी थोड़ी गर्मी का एहसास हो रहा था। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में गुलाबी ठंड की दस्तक हो चुकी थी, मगर शहरी और घने इलाकों में अभी लोगों को पंखा चलाने की जरूरत पड़ रही थी।
ऐसे में शुक्रवार को अचानक तड़के चार बजे से कोहरा बढ़ गया। हालांकि ठंड तो रात में ही बढ़ गई थी। लेकिन कोहरे से उसका एहसास और बढ़ गया। हाईवे पर सुबह दस बजे तक कोहरे की वजह से वाहन धीरे चले। इस बीच ग्रामीण क्षेत्रों में विजिबिलिटी काफी कम रही। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री रिकार्ड किया गया है। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट नहीं होगी।
खानपान का रखें ध्यान
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश कुशवाहा ने बताया कि सर्दियों में मुख्य रूप से सर्दी, खांसी, बुखार, जोड़ों का दर्द, कान का संक्रमण, टांसिल्स एवं ब्रॉकियोलाइटिस जैसी बीमारियां हो जाती हैं। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए इम्युनिटी अच्छी होनी चाहिए। इसलिए नियमित व्यायाम और खानपान का ख्याल रखना जरूरी है। रोज कम से कम आधा घंटा व्यायाम करें। हरी सब्जियों, ताजे फल, गुड़, अदरक, तिल, खजूर आदि पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करें। छोटे बच्चों में फेफड़े का संक्रमण रोकने के लिए नियमित गर्म तेल से मालिश करें। साथ ही शहद, काली मिर्च, जायफल का सेवन कराएं।
यह भी पढ़ें- Prayagraj News : परी अखाड़े में हुआ संत महात्माओं का पट्टााभिषेक, स्नातन होगा मजबूत